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जेल में बंद पीयूष जैन की ओर से जल्द जमानत की अर्जी दाखिल की !!

यूपी विधानसभा चुनाव में मुद्दा बन चुके इत्र कारोबारी पीयूष जैन पर शिकंजा कस गया है। कानपुर और कन्नौज में छापेमारी और करोड़ों बरामदगी के मामले में डीजीजीआई अहमदाबाद के एसआईओ ने एसीएमएम त़ृतीय आलोक यादव की कोर्ट में मंगलवार को 334 पेज का आरोप पत्र दाखिल कर दिया।

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अहमदाबाद विंग के एडिश्नल डायरेक्टर जनरल विवेक प्रसाद की स्वीकृति के बाद गिरफ्तारी के 60वें दिन चार्जशीट दाखिल की गई है। विंग ने 196.57 करोड़ की बरामदगी दिखाई है। पीयूष जैन और पांच अन्य अज्ञात को आरोपित बनाकर जांच जारी रखने का हवाला दिया गया है।

पीयूष जैन के खिलाफ छह दिन तक छापेमारी की कार्रवाई कानपुर स्थित आनंदपुरी व कन्नौज स्थित घरों में चली थी। 21 से लेकर 26 दिसंबर तक छापेमारी के बाद डीजीजीआई की टीम ने उसे गिरफ्तार करके 27 दिसंबर को कोर्ट में पेश किया था। 23 किलो सोना और 600 किलोग्राम चंदन का तेल भी उसके घरों से बरामद हुआ था, जिसकी जांच डीआरआई की टीम कर रही है।

बैंक मैनेजर समेत 16 गवाह बनाए गए

डीजीजीआई ने स्टेट बैंक के मैनेजर समेत 16 को गवाह बनाया है। मैनेजर एसबीआई मेन ब्रांच कानपुर, कन्नौज के सरायमीरा के स्टेट बैंक मैनेजर और डीजीजीआई के अफसर इसमें शामिल हैं। जेल में छह, सात, आठ जनवरी और पांच फरवरी को पूछताछ के दौरान पीयूष के कबूलनामे को भी आधार बनाया गया है।

आरोप पत्र में बकायदा कहा गया है कि जेल में पूछताछ के दौरान पीयूष ने कबूल किया है कि उसने करोड़ों रुपए फर्जी इनवाइस व ई-वे बिल जारी न करके कमाए हैं। तीन से चार साल में टैक्स चोरी के जरिए पूरा पैसा एकत्र किया है। इसमे किसी अन्य का कोई हाथ नहीं है। पूरा पैसा टैक्स चोरी करके इकट्ठा किया है।

जल्द दाखिल करेंगे जमानत अर्जी

जेल में बंद पीयूष जैन की ओर से जल्द जमानत की अर्जी दाखिल की जा सकती है। आरोप पत्र दाखिल होने के बाद सभी स्थितियां स्पष्ट हो गई हैं। बचाव पक्ष के अधिवक्ता चिन्मय पाठक का कहना है कि पीयूष को बेवजह फंसाया गया है।

आरोप पत्र की एक कॉपी जेल में पीयूष को भी दी जाएगी। अब ट्रायल चलेगा। अगली सुनवाई आठ मार्च को होगी। डीजीजीआई के विशेष लोक अभियोजक अम्बरीश टंडन ने बताया कि वरिष्ठ असूचना अधिकारी शम्भूनाथ सिंह ने चार्जशीट दाखिल की है। चार्जशीट में 177.45 करोड़ कानपुर तो 19.03 करोड़ रुपए कन्नौज स्थित घर व नौ लाख रुपए बैंक लॉकर से मिलना दिखाया गया है। कोर्ट से पीयूष को कड़ी से कड़ी सजा देने की अपील की गई है। सुनवाई के दौरान पीयूष जेल से वीडियोकांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़ा था।

कई ट्रांसपोर्टर व व्यापारियों पर हो सकती कार्रवाई

आरोप पत्र में डीजीजीआई ने पांच अन्य अज्ञात के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। पीयूष ने फर्जी इनवाइस के जरिए जिन-जिन व बिना बिल के जिन कारोबारियों को माल भेजा था। उन ट्रांसपोर्टर व कारोबारियों से भी पूछताछ की जा रही है। इसमें कुछ ट्रांसपोर्टर के जरिए माल भेजना सामने आया है। डीजीजीआई कुछ ट्रांसपोर्टरों और कारोबारियों को भी आरोपित बना सकती है। उन पर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही थी।

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