जिस दिन लालू यादव आएंगे बिहार उसी दिन गिर जाएगी नीतीश सरकार: आरजेडी
पटना. जिस दिन लालू प्रसाद यादव का कदम बिहार की धरती पर पड़ेगा उसी दिन नीतीश कुमार की सरकार गिर जाएगी. यह दावा वैशाली जिले के पानापुर से आरजेडी विधायक डॉ मुकेश रौशन ने किया है. अब उनके इस बयान पर बिहार में सियासी बवाल शुरू हो गया है. इस पर पलटवार करते हुए जेडीयू नेता नीरज कुमार ने इन लोगों को बिहार के विकास कार्यों से कोई लेना देना नहीं सिर्फ तेजस्वी यादव की ताजपोशी को लेकर बेचैन हैं, जो संभव नहींं है. राज्य की जनता और हमारे तमाम विधायक नीतीश कुमार के साथ है और आगे भी रहेंगे.
विधायक डॉ मुकेश रौशन के बयान पर BJP ने कड़ा पलटवार किया है. पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन का कहना है कि ये लोग दिन में भी सपना देखते हैं तो हम लोग क्या करें? राज्य की जनता विकास के साथ है और हम लोगों की सरकार नीतीश कुमार के नेतृत्व में बेहतर काम कर रही है और आगे भी करेगी. जिनको सत्ता पाने का सपना खुली आंखों से देखना है वो देखते रहें.
बता दें कि राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने बीते गुरुवार को कोरोना वैक्सीन ली है. इसके बाद उन्होंने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सेहत अब पहले से बेहतर है. वे जल्द ही पटना लौटेंगे. वहीं, देश के हालात पर चिंता जाहिर करते हुए उन्होंने कहा था कि अभी देश के हालात नाजुक हैं. देश को वापस पटरी पर लेकर आना बड़ा मुश्किल होगा. आज देश हर क्षेत्र में बहुत पीछे है.
इसी दौरान उन्होंने कहा था कि बिहार में तेजस्वी यादव ही एकमात्र विकल्प हैं और वह उनसे भी बहुत आगे निकल चुका है. उन्होंने कहा था कि किसी के बनाने से कोई कुछ नहीं बनता. जिसमें एक काबिलियत होती है, वो खुद बन जाता है. जब हम जेल के अंदर थे तो तेजस्वी ने ही सारा कुछ संभाला था. बता दें कि हाल में दिल्ली में उनसे एनडीए के सहयोगी मुकेश सहनी की मुलाकात की भी चर्चा थी. हालांकि लालू यादव ने किसी भी मुलाकात से इनकार किया था.
इसके बाद से ही कयास लगाए जा रहे हैं कि लालू यादव बिहार लौटे तो यहां भी सत्ता-समीकरण के लिहाज से सियासी हलचल तेज हो सकती है. दरअसल बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में चल रही सरकार काफी कम बहुमत के साथ सत्ता में बैठी है. वहीं तेजस्वी के नेतृत्व वाले महागठबंधन के पास बहुमत की संख्या 122 से महज 12 विधायक कम है. तेजस्वी को सत्ता में देखने वाले लोगों को लगता है कि लालू यादव बिहार आए तो सियासी समीकरण उलट–पलट हो सकते हैं.