जिन्ना से कन्नी काटी, पटेल की माला जपने में जुटे : अखिलेश

नई दिल्ली. सरदार पटेल की जयंती पर अखिलेश यादव ने मोहम्मद अली जिन्ना का जिक्र किया था. इसके बाद मोहम्मद अली जिन्ना, उत्तर प्रदेश की चुनावी चर्चा के केंद्र में आ गए. अब समाजवादी पार्टीके ऑफिशिएल जिन्ना पर अखिलेश के बयान से पीछा छुड़ाने की कोशिश की जा रही है. उस रैली के हवाले से दावा किया गया है कि अखिलेश, सरदार पटेल के सपनों का भारत बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. साथ हीसमाजवादी पार्टी के न्यूजलेटर में पूर्व सीएम अखिलेश यादव को देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल के सपनों को पूरा करने के प्रति प्रतिबद्ध बताया गया है. बीते एक साल से अधिक समय से जारी किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए अखिलेश यादव को सरदार पटेल के पदचिन्हों पर चलने वाला बताया गया है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राजेंद्र चौधरी ने एक लेख में अखिलेश यादव को सरदार पटेल के आदर्शों पर चलने वाला बताते हुए कहा है कि समाजवादी पार्टी किसानों के साथ है.
‘अखिलेश, सरदार पटेल के सपनों का भारत बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.’ 31 अक्टूबर को हरदोई में हुई रैली के संदर्भ में लिखा गया है- ‘अखिलेश ने कहा कि हम स्वतंत्रता संग्राम में पटेल के योगदान को नहीं भूल सकते और उन्होंने जूनागढ़ और हैदराबाद सहित विभिन्न राज्यों को भारतीय संघ में शामिल कराने का ऐतिहासिक काम किया.’ हालांकि इसमें जिन्ना का कहीं कोई जिक्र नहीं है. अखिलेश ने इसी रैली में कथित तौर पर कहा था ‘पटेल की तरह जिन्ना भी आजादी की लड़ाई में शामिल थे.’ समाजवादियों का स्वतंत्रता आंदोलन से गहरा नाता रहा है.
पूर्व सीएम के करीबी राजेंद्र चौधरी ने सरदार पटेल पर एक लेख लिखा है, जिसमें कहा गया है कि अखिलेश को भारत के स्वतंत्रता संग्राम के सिद्धांतों में विश्वास है. चौधरी ने लिखा, ‘लौह पुरुष (सरदार पटेल) के सपनों का भारत बनाने के लिए समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ लोगों के पक्ष में राजनीति करने के लिए प्रतिबद्ध और समर्पित हैं.’
भाजपा के बड़े नेता एक महीने से यादव पर जुबानी हमला कर रहे हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आजमगढ़ में कहा था कि अखिलेश ने ‘चुनाव नजदीक आते ही जिन्ना को महान व्यक्ति बताना शुरू कर दिया.’ शाह ने कहा था ‘समाजवादी पार्टी – जिन्ना, आजम खान और मुख्तार अंसारी के लिए खड़ी है.’ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि जिन्ना को पटेल के बराबर बिठाने के लिए लोग यादव को कभी माफ नहीं करेंगे.
सपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र चौधरी नेकहा है कि सभी को सरदार पटेल के आदर्शों को जीवित रखने और देश की एकता, अखंडता और सांप्रदायिक सद्भाव को मजबूत करने का संकल्प लेना चाहिए. चौधरी ने लिखा – ‘सपा हमेशा भारत के स्वतंत्रता नायकों द्वारा दिखाए गए दिशा को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध रही है. स्वतंत्रता संग्राम से समाजवादी पार्टी का गहरा नाता रहा है. साल 1942 अगस्त क्रांति और भारत छोड़ो आंदोलन में समाजवादियों ने सक्रिय भूमिका निभाई. डॉ राम मनोहर लोहिया ने अगस्त क्रांति को बहुत महत्वपूर्ण माना.’
चौधरी ने लेख में अखिलेश को सरदार पटेल जैसा बताते हुए लिखा है कि जिस तरह से पटेल ने आजादी से पहले साल 1918 में गुजरात के खेड़ा और साल 1928 में बारडोली में किसानों के कल्याण के लिए लड़ाई लड़ी थी, वही काम अखिलेश उत्तर प्रदेश में कर रहे हैं. सपा नेता ने लिखा- ‘यूपी में किसान समाजवादी पार्टी की नीतियों का समर्थन करने के लिए एक साथ हैं और सभी यादव पर विश्वास करते हैं. अखिलेश यादव के नेतृत्व में यूपी में किसानों के चेहरे पर मुस्कान लाना हमारा लक्ष्य होगा.