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जानिए कुछ चौंकाने वाले तथ्‍य,योनि में कितने समय तक जीवित रह सकता है शुक्राणु

अगर आपको लगता है कि सेक्स के तुरंत बाद पेशाब करना आपके जीवन को सरल बनाने वाला है, तो हमारे पास आपको चौंका देने के लिए एक तथ्‍य है! असल में शुक्राणु आपकी योनि में छिपने की जगह ढूंढकर लंबे समय तक जीवित रह सकता है। इसका मतलब ये है कि अगर आप असुरक्षित यौन संबंध बनाती हैं, तो पेशाब करने या अपनी योनि को साफ करने के बाद भी, आप गर्भवती हो सकती हैं – क्योंकि ये सब कुछ आपके साथी के शुक्राणु की ताकत पर निर्भर करता है।

यह सबसे ज्‍यादा पूछे जाने वाले सवालों में से एक है। इस बारे में दिल्ली के फर्टिलिटी क्लीनिक की सीनियर कंसल्टेंट, आईवीएफ स्पेशलिस्ट और क्लिनिकल डायरेक्टर डॉ इला गुप्ता कहती हैं कि नेचुरल प्रेगनेंसी के मामले में सीमेन नॉर्मल होना चाहिए। एक अंडे को निषेचित करने के लिए लाखों शुक्राणुओं की आवश्यकता होती है।

क्या आप जानती हैं कि एक चम्मच वीर्य में 100-600 मिलियन शुक्राणु होते हैं। लेकिन आपके गर्भवती होने की संभावना इस पर निर्भर करती है: मात्रा, गणना, गतिशीलता और आकृति।
इनमें से किसी भी पैरामीटर में कमी प्राकृतिक गर्भाधान को कठिन बना सकता है। उस समय आपको कम शुक्राणुओं की संख्या और गतिशीलता के कारणों और उपचार के बारे में जानने के लिए किसी गायनोलॉजिस्ट से सलाह लेनी चाहिए।
आपको जानकर हैरानी होगी कि इन लाखों शुक्राणुओं में से केवल 10-20 शुक्राणु ही अंडे तक पहुंचते हैं।

शुक्राणु शरीर के बाहर केवल 20-30 मिनट तक ही जीवित रह सकते हैं। गर्म वातावरण में,शुक्राणु केवल कुछ सेकंड से लेकर मिनटों तक जीवित रहते हैं।स्खलन के बाद, शुक्राणु महिला जननांग पथ में लगभग तीन से पांच दिनों तक जीवित रहता है।जननांग पथ से स्राव शुक्राणु को पोषण प्रदान करते हैं।योनि में स्खलित वीर्य से, उत्तरोत्तर गतिशील शुक्राणु गर्भाशय ग्रीवा के स्राव के माध्यम से गर्भाशय में तैरते हैं, और फिर अंडे को निषेचित करने के लिए फैलोपियन ट्यूब तक जाते हैं।
डॉ. गुप्ता के अनुसार “अंडे को निषेचित करने के लिए तेजी से आगे बढ़ने वाले शुक्राणु का प्रतिशत महत्वपूर्ण होता है। गर्भावस्था के लिए, शुक्राणु को ओव्यूलेशन के समय जननांग पथ में मौजूद होना पड़ता है, क्योंकि शुक्राणु की तुलना में अंडे का जीवन बहुत कम (कुछ घंटे) होता है।

तापमान 196 डिग्री सेल्सियस होने पर शुक्राणु जमी हुई अवस्था में वर्षों तक जीवित रह सकते हैं। वे विभिन्न कारणों या चिकित्सा स्थितियों के लिए जमे हुए शुक्राणु काम में लिए जा सकते हैं, जो पुरुष प्रजनन क्षमता पर प्रभाव डाल सकते हैं- जैसे प्रजनन उपचार से गुजरना, कैंसर से पीड़ित होना या कीमोथेरेपी / रेडियोथेरेपी से गुजरना।
स्खलन के बाद, शुक्राणु महिला जननांग पथ में लगभग तीन से पांच दिनों तक जीवित रहता है। चित्र : शटरस्टॉक स्खलन के बाद, शुक्राणु महिला जननांग पथ में लगभग तीन से पांच दिनों तक जीवित रहता है। चित्र : शटरस्टॉक
अगर सेक्स करने के बाद आपकी योनि से अजीब सी महक आती है, तो ये इस बात का संकेत है कि आपकी योनि में मौजूद वीर्य स्वस्थ नहीं है। वास्तव में, इसका मतलब ये भी है कि ये संक्रमित हो सकता है।

क्या आप जानती हैं कि आपकी योनि में पुरुष के स्खलन के बाद, वीर्य या तो रिस जाएगा या सूख जाएगा? यदि वीर्य संक्रमित नहीं है, तो ये निश्चित रूप से आपकी योनि के अंदर ‘गंदगी’ नहीं करेगा, ये अपने आप साफ हो जाएगा। लेकिन अगर वीर्य स्वस्थ नहीं है, तो ये आपकी योनि के बायोम को बाधित कर सकता है, जिससे आपकी योनि के स्वस्थ बैक्टीरिया मर सकते हैं।

इससे बैक्टीरियल वेजिनोसिस, फंगल और यीस्ट इन्फेक्शन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। यदि समय पर इसका इलाज नहीं किया गया तो, ये आगे फैल सकता है और यूटीआई और एसटीआई का कारण भी बन सकता है।

अब तो आप जान ही गयी होंगी कि असुरक्षित यौन संबंध और अस्वस्थ वीर्य आपके योनि स्वास्थ्य को कैसे बर्बाद कर सकता है। इसलिए सावधान रहें!

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