अखिलेश यादव और जयंत चौधरी के बीच लम्बी बात लेकिन…

लखनऊ। पश्चिमी यूपी में एक साथ कई रैली कर चुके अखिलेश यादव और जयंत चौधरी की पार्टी के बीच भले ही गठबंधन की बात कही जा रही है, लेकिन सीट को लेकर अभी भी बात फाइनल नहीं हो सकी है। अखिलेश यादव और जयंत के बीच लम्बी बात हुई पर अभी भी सीट पर बात फाइनल नहीं हुई।
करीब एक घंटा 40-45 मिनट की इस भेंट के बाद भी ना तो जयंत चौधरी ने सीट को लेकर मीडिया से बात की और ना ही अखिलेश कुछ बोले। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश ने गुरुवार को राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख जयंत से लखनऊ में समाजवादी पार्टी के आफिस में भेंट ना कर लोहिया ट्रस्ट के कार्यालय में मिले।
अखिलेश और जयंत मुलाकात के बाद भी अभी सीट पर बात फाइनल नहीं
अखिलेश से लम्बी वार्ता करने के बाद जयंत चौधरी लोहिया ट्रस्ट से पिछले गेट से निकले और नई दिल्ली रवाना हो गए। माना जा रहा है कि सीटों पर पेंच फंसने के कारण ना तो अखिलेश गठबंधन पर कुछ बोलने को तैयार है और ना ही जयंत चौधरी। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जयंत चौधरी अधिक सीट चाहते हैं जबकि उनकी इच्छा उत्तर प्रदेश में अपनी पार्टी के सिंबल पर 40 प्रत्याशी उतारने की है।
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जयंत चौधरी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अमरोहा की नौगांवा सादात, मेरठ की सिवालखास, बिजनौर की चांदपुर, सहारनपुर की गंगोह, बागपत की बड़ौत, मथुरा की मांट व छाता, शामली की थानाभवन, बुलंदशहर शिकारपुर के अलावा मुजफ्फरनगर की चरथावल और मीरापुर सीट चाहते हैं। इन पर सपा और आरएलडी दोनों ही दावेदारी कर रही हैं।
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यह सभी वह सीट हैं, जिस पर सपा और आरएलडी अपने-अपने सिंबल पर उम्मीदवार उतारना चाहती हैं। जयंत चौधरी 40 से अधिक सीट चाहते हैं, लेकिन सपा इसमें तैयार नहीं है।