जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल का सफल परीक्षण

बालेश्वर (ओडिशा)। भारत ने बुधवार को ओडिशा के चांदीपुर से जमीन से हवा में मार करने वाली मध्यम रेंज की शक्तिशाली मिसाइल (एमआरएसएम) का सफल परीक्षण किया। कई विशिष्ट क्षमताओं से लैस यह मिसाइल 70 किलोमीटर के दायरे में आने वाली किसी भी मिसाइल, लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर, ड्रोन, निगरानी विमानों और हवाई शत्रुओं को मार गिराने में सक्षम है। इतना ही नहीं 360 डिग्री घूम कर यह मिसाइल अपने दायरे में आने वाले कई हवाई दुश्मनों पर एक साथ हमला कर सकती है।बता दें, मिसाइल का 17 मई 2019 को नौसेना के जहाज से सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था।
मिसाइल की विध्वंसक क्षमता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इसके परीक्षण के लिए प्रशासन ने चांदीपुर के परीक्षण केंद्र के निकट स्थित चार पंचायतों के आठ गांवों के 10 हजार लोगों को अस्थायी शिविरों में भेज दिया था, ताकि किसी को कोई नुकसान न पहुंचे। तात्कालिक परेशानी के बावजूद इन तमाम लोगों के मन में इस बात को लेकर गौरव का भाव था कि अपने देश की सामरिक शक्ति में वृद्धि के इस खास मौके के वह गवाह बन रहे हैं।
चांदीपुर के लांचिंग पैड एलसी-1 से इसके परीक्षण के लिए बंसी नामक एक मिसाइल को हवा में उड़ाया गया, जिस पर सटीक निशाना लगाते हुए एमआरएसएएम मिसाइल ने पल भर में ध्वस्त कर दिया। परीक्षण के मौके पर रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन डीआरडीओ तथा अंतरिम परीक्षण परिषद आइटीआर से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों और वैज्ञानिकों का दल मौजूद था। इस मिसाइल का चंद महीने पहले भारतीय नौसेना ने भी सफलतापूर्वक परीक्षण किया था। इसका साथ ही इंडियन नेवी उन देशों में शामिल हो गई, जिसके पास यह विशिष्ट क्षमता मौजूद है।
इस मिसाइल को इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्री के सहयोग से डीआरडीएल हैदराबाद और डीआरडीओ ने संयुक्त रूप से विकसित किया है। भारत डायनामिक्स लिमिटेड में एमआरएसएएम का निर्माण किया गया है।