चीन ने सर्बिया (Serbia)को गुपचुप भेजी HQ-22 मिसाइल डिफेंस सिस्टम

बेलग्रेड. चीन ने रूस के सहयोगी सर्बिया (Serbia) को इस हफ्ते के अंत में आधुनिक विमान रोधी प्रणाली HQ-22 की सप्लाई की है. चीन ने यह डील काफी गुपचुप तरीके से की थी. माना जा रहा है कि अमेरिका समेत पश्चिमी देशों को यूक्रेन युद्ध (Ukraine War में व्यस्त देख चीन ने इन हथियारों की सप्लाई की. कुछ समय पहले ही पश्चिमी देशों ने सर्बिया को हथियार दिए जाने पर चिंता जताई थी. उन्होंने दावा किया था यूक्रेन युद्ध के बीच सर्बिया जैसे देश को हथियारों की आपूर्ति करने से क्षेत्र की शांति और सुरक्षा को खतरा पैदा हो सकता है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शनिवार तड़के चीनी वायुसेना के छह वाई-20 मालवाहक विमान बेलग्रेड के हवाई अड्डे पर उतरे, जिसके जरिये कथित तौर पर सर्बिया की सेना के लिए एचक्यू-22 जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली की आपूर्ति की गई. सैन्य साजो-सामान वाले चीनी मालवाहक विमानों के बेलग्रेड के निकोला टेस्ला हवाई अड्डे पर उतरने की तस्वीरें सामने आयी हैं.
चीन के वाई-20 मालवाहक विमानों की यूरोप में उपस्थिति को नया घटनाक्रम करार दिया. इस संबंध में पूछे गए सवाल पर सर्बिया के रक्षा मंत्रालय ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. चीन और सर्बिया के संबंध काफी पुराने हैं. गृहयुद्ध के समय से ही चीन ने सर्बिया की मदद की है, जबकि अमेरिका के साथ इनके संबंध तनावपूर्ण हैं.
चीन का एचक्यू-22 कितना खतरनाक
चीन का एचक्यू-9 मीडियम और लॉन्ग रेंज का सरफेस टू एयर मिसाइल डिफेंस सिस्टम है. एचक्यू-22 को चीन के पुराने एचक्यू-2 मिसाइल को अपग्रेड कर बनाया गया है. एचक्यू-22 को चीन की जियांगन स्पेस इंडस्ट्री ने बनाया है. यह कंपनी को बेस 061 के नाम से भी जाना जाता है, जो चाइना एयरोस्पेस साइंस एंड इंडस्ट्री कॉर्पोरेशन लिमिटेड का एक हिस्सा है. चीन ने इस मिसाइल सिस्टम को 2016 में जुहाई एयरशो में पहली बार सार्वजनिक रूप से FK-3 के उन्नत संस्करण के रूप में प्रदर्शित किया था.
170 किलोमीटर है एकक्यू-22 की रेंज
एचक्यू-22 मिसाइल सिस्टम की रेंज 170 किलोमीटर है. इस मिसाइल का वजन 300 किलोग्राम और लंबाई सात मीटर है. इसकी एक मिसाइल 180 किलोग्राम तक का वॉरहेड के साथ हमला कर सकती है. एचक्यू-22 में सॉलिड फ्यूल रॉकेट मोटर का इस्तेमाल किया जाता है. इस मिसाइल को दिशा दिखाने के लिए सेमी एक्टिव रडार होमिंग और रेडियो कमांड गाइडलाइन का इस्तेमाल किया जाता है