चीनी दूतावास ने गिफ्ट ( gift)में मग भेजा

नई दिल्ली. इजरायल में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. एक इजरायली मंत्री को भेजे गए गिफ्ट ( gift) में जासूसी चीजों के पाए जाने की खबर आई है. यह गिफ्ट चीनी दूतावास द्वारा भेजा गया था. चीनी दूतावास ने इजरायली मंत्रालय में कई ट्रेवल मग भेजा था. इसमें एक मद संदिग्ध पाया गया है. माना जा रहा है कि यह जासूसी उपकरण है जिससे बातचीत को सुना जा सकता है. चीनी दूतावास की इस करतूत को सबसे पहले इजरायल में आर्मी रेडियो ने प्रसारित किया. रिपोर्ट के मुताबिक चीनी दूतावास ने इस तरह के कई मग को मंत्रालय में भेजा है. इनमें से एक मग के अंदर जासूसी वाले यंत्र छिपे हुए थे. सरकार ने इसे संदिग्ध माना है. इस संदेहास्पद वस्तु की जब पड़ताल की गई तो पाया गया कि यह सुनने वाला जासूसी उपकरण है.
संदिग्ध मग की जांच जारी
इजरायली सिक्योरिटी सर्विस को इस बात की सूचना दे दी गई है. अब जितने भी मग भेजे गए हैं, सबकी जांच की जा रही है. इसके साथ ही सभी सरकारी दफ्तरों को कहा गया है कि उनके पास जितने भी गिफ्ट आए, सबकी गहन जांच की जाए और इसके लिए अतिरिक्त ध्यान दिया जाए. सरकारी दफ्तरों को आगाह किया गया है कि इस तरह के गिफ्ट में सुनने वाले जासूसी उपकरण हो सकते हैं. इजराइली अधिकारियों के मुताबिक इस संदिग्ध मग को इजरायल में विज्ञान एवं तकनीकी मंत्रालय में चीनी दूतावास ने भेजा था. संभवतः इस संदिग्ध मग को नवाचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ओरित फरकश के लिए भेजा गया था. मंत्री के दफ्तर पहुंचने से पहले जब इस मग की जांच की गई तो इसमें संदिग्ध चीजें पाई गई. इसी तरह का मग परिवहन मंत्री मिरव मिखाइले के नाम भी था. चीन इजरायल में कई विकास परियोजनाओं में मदद कर रहा है. दोनों मंत्रालय का प्रोजेक्ट चीन से जुड़ा हुआ है.
चीन के साथ बढ़ती नजदीकी से अमेरिका खफा
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वह इस संदिग्ध मग का बारीकी से विश्लेषण किया जा रहा है. हालांकि अब तक इस मग के बारे में पूरी तरह स्थिति स्पष्ट नहीं है. जब से चीन और अमेरिका के बीच ट्रेड वार शुरू हुआ है तब से चीन ने इजरायली के साथ अपनी दोस्ती बढ़ाई है. इजरायल के मेडिकल टेक्नोलॉजी, रोबोटिक्स, फूड टेक और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस में चीन ने बेहद दिलचस्पी दिखाया है. इजरायल और चीन के बीच बढ़ती साझेदारी से अमेरिका भी चिंतित है. हालांकि अब तक चीन के साथ संबंधों को लेकर बाइडेन प्रशासन ने इजरायल से कुछ विशिष्ट अपेक्षाओं की मांग नहीं की है लेकिन कई बार चीन और इजरायल के संबंधों को सार्वजनिक रूप से सबके सामने रखा है.