चिंटल्स पैराडिसो सोसाइटी में हादसे – गुरुग्राम !!
गुरुग्राम के सेक्टर-109 स्थित चिंटल्स पैराडिसो सोसाइटी में हादसे के बाद से सरकारी विभाग सक्रिय हो गए हैं। नगर निगम की ओर से हाल ही में कराए गए एक सर्वे में 555 असुरक्षित अवैध इमारतों की पहचान की गई है। इनमें रिहायशी के अलावा व्यावसायिक इमारतें भी शामिल हैं। निगम अधिकारियों के अनुसार इन भवनों पर जल्द सीलिंग की कार्रवाई की जा सकती है।
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स्ट्रक्चरल ऑडिट करवाया जाएगा
निगमायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि सेक्टर-109 की सोसाइटी में जो हादसा हुआ है ऐसा हादसा अवैध रूप से बने इन भवनों में नहीं हो, इसके लिए तैयारी की जा रही है। अवैध रूप से बने बहुमंजिला भवन जहां लोग रह रहे हैं उनका स्ट्रक्चरल ऑडिट भी करवाया जाएगा।
बता दें कि 10 फरवरी को सेक्टर-109 की चिंटल्स पैराडिसो सोसाइटी में 18 मंजिला टावर की छठी से दूसरी मंजिल तक के फ्लैट का लेंटर टूट कर गिया गया था। इस हादसे में दो महिलाओं की मौत हो गई थी, जबकि एक व्यक्ति को 16 घंटे के रेस्क्यू के बाद बाहर सकुशल बाहर निकाला गया था। इस हादसे से सबक लेते हुए नगर निगम ने भी अपने क्षेत्र में अवैध रूप से बनी बहुमंजिला इमारतों का सर्वे करवाया है। निगमायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने 16 फरवरी को निगम के चारों संयुक्त आयुक्त और इनफोर्समेंट टीम की बैठक लेकर उन्हें शहर में अवैध रूप से बनी इमारतों का सर्वे करने के निर्देश दिए थे। टीम ने सर्वे पूरा कर निगमायुक्त को इनकी सूची सौंप दी है। करीब 555 असुरक्षित इमारतों की पहचान की गई है।
एक साल में सिर्फ 69 भवनों का नक्शा पास
नगर निगम की नगर योजनाकार विंग में एक अप्रैल 2021 से लेकर अब तक करीब 240 लोगों ने ही अपने भवनों के नक्शे पास करवाने के लिए आवेदन किया है। इनमें से नगर निगम ने सिर्फ 69 भवनों का ही नक्शा पास किया है। 240 में से 109 भवनों को नियम पूरा नहीं करने पर रद्द कर दिया गया है। इसमें खास बात यह है कि इनमें से किसी ने भी अभी तक निगम से एक भी पूर्णता प्रमाण पत्र (ओसी) के लिए आवेदन नहीं किया है। यानी निगम से तीन मंजिला भवन का नक्शा पास करवाकर लोग छह-छह मंजिला भवनों का निर्माण कर रहे हैं।
सर्वे के अनुसार सबसे ज्यादा अवैध इमारत नगर निगम के जोन-3 में बनी हुई हैं। नए गुरुग्राम के इलाके इस जोन में शामिल हैं। निगम अधिकारियों के अनुसार यह इन इमारतों में न स्ट्रक्टरचल ऑडिट की रिपोर्ट लगी है, न फायर एनओसी है ली गई है। निगम से नक्शा भी पास नहीं है। जोन एक में करीब 150 असुरक्षित इमारतें, जोन दो में 51, जोन तीन में 259 और जोन चार में 95 असुरक्षित इमारतों की सर्वे में पहचान हुई है।
इन स्थानों पर बने हैं असुरक्षित भवन
भीमनगर, जैकबपुर, सुभाष नगर, नया बाजार, गोपाल नगर, नई बस्ती, चक्करपुर, सिंकदरपुर, राजेंद्रा पार्क, लक्ष्मण विहार, कृष्णा कॉलोनी, भीम नगर, शिवाजी नगर, मियां वाली कॉलोनी, पटेल नगर, दयानंद कॉलोनी, न्यू कॉलोनी समेत दर्जनों स्थानों पर अवैध और असुरक्षित भवन बने हुए हैं।
गुरुग्राम नगर निगम के निगमायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने कहा कि शहर में अवैध रूप से बने असुरक्षित इमारतों का सर्वे कराया गया है। इसमें ऐसे 555 भवनों की सूची मिली है। जल्द ही अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर इनके खिलाफ कार्रवाई की योजना बनाई जाएगी। इनका स्ट्रक्चरल ऑडिट भी कराया जाएगा।
80 जर्जर भवन चिह्नित
नगर निगम की तरफ से एक निजी एजेंसी से शहर में जर्जर भवनों का भी सर्वे करवाया गया है। 183 इमारतों में से 80 को असुरक्षित और जर्जर हालत में बताया गया है। वहीं 72 इमारत को फिलहाल रहने के लिए सुरक्षित घोषित किया है। 31 इमारत ऐसी है जिसका मुआयना करना बाकी है।