चक्रवात के प्रभाव के चलते झारखंड में तीन दिनों से लगातार बारिश

रांची. बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात का असर पश्चिम बंगाल और ओडिशा के बाद झारखंड पर भी पड़ा है. चक्रवात के असर के चलते प्रदेश में पिछले 72 घंटे से लगातार बारिश हो रही है. इससे झारखंड के कई बांधों का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया है. मैथन और पंचेत जैसे डैम में पानी का जलस्तर खतरे के निशान को छू गया है. नदियों के उफनाने से कई इलाकों में तटबंध तक टूट गए हैं. पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा हजारीबाग (89.7 मिमी) में बारिश हुई है. इसके बाद धनबाद में 80 मिलीमीटर और कोडरमा में 71 मिमी बारिश दर्ज की गई है. वहीं, प्रदेश की राजधानी रांची में 30 मिमी पानी रिकॉर्ड किया गया है. लगातार बरसात के कारण रांची का पारा लगभग 8 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है.
चक्रवात के असर के कारण झारखंड में तेज हवाएं भी चल रही हैं. इसके साथ ही बारिश से मौसम में ठंडक घुल गई है. रांची में 48 घंटे में पारा 8 डिग्री गिरा है. मंगलवार को अधिकतम तापमान 23.9 डिग्री दर्ज किया गया. हालांकि, बुधवार दोपहर से बारिश का असर कम होने की उम्मीद जताई गई है. मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार से रांची समेत कई जिलों में आसमान साफ होने और धूप खिलने के आसार जताए हैं. लगातार बारिश के कारण पूरे प्रदेश का मौसम खुशगवार बना हुआ है.
मौसम विज्ञान केंद्र (रांची) के वैज्ञानिक ने बताया कि इस मानसून सीजन में पहली बार डीप डिप्रेशन बना है. बंगाल की खाड़ी में बना लो प्रेशर डीप डिप्रेशन में बदल गया है, जिसके असर से पूरे राज्य में बारिश हो रही है. डीप डिप्रेशन समुद्र में तूफान बनने से पहले की स्थिति है.