गौतमबुद्ध नगर लोकसभा / यहां इस बार मुकाबला त्रिकोणीय होने के आसार, मोदी लहर में जीते महेश शर्मा
नोएडा. देश की राजधानी दिल्ली से सटे गौतम बुद्ध नगर (नोएडा) सीट काफी महत्वपूर्ण है। प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र के तौर पर विकसित इस सीट से भाजपा नेता और केंद्रीय संस्कृति मंत्री डॉ. महेश शर्मा सांसद हैं। 2014 के चुनाव में शर्मा को करीब छह लाख वोट मिले थे। सपा उम्मीदवार नरेंद्र भाटी को उन्होंने दो लाख अस्सी हजार से ज्यादा वोटों से हराया था।
इस चुनाव में फिर वे अपनी किस्मत आजमाने के लिए भाजपा के टिकट पर गौतम बुद्ध नगर से मैदान में हैं। मुकाबला सपा-बसपा गठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी सतबीर नागर और कांग्रेस के अरविंद कुमार से है। इस बार इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले के आसार हैं।
एनसीआर के इस शहर को देश भर में औद्योगिक कारखाने, तकनीकी संस्थानों और सर्विस सेक्टर के हब के तौर पर पहचान है। यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के कार्यकाल में गौतम बुद्ध नगर का विस्तार हुआ, जिसके बाद से ही ये क्षेत्र हमेशा सुर्खियों में रहा। इस सीट पर गुर्जर समाज के वोटरों की संख्या अधिक है।
गौतमबुद्ध नगर सीट का इतिहास-समीकरण
गौतम बुद्ध नगर को गाजियाबाद और बुलन्दशहर के कुछ भागों को मिलाकर बनाया गया। सीट 2008 में हुए परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई। 2009 में यहां पहली बार लोकसभा चुनाव हुए, इनमें बहुजन समाज पार्टी ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की। उस दौरान बसपा के सुरेंद्र सिंह ने महेश शर्मा को 2 लाख के अंतर से हराया। इस क्षेत्र में कुल 5 विधानसभा सीटें आती हैं। इनमें नोएडा, जेवर, सिकंदराबाद, दादरी और खुर्जा शामिल हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में ये सभी पांच सीटें भाजपा के खाते में गई थीं।
गौतम बुद्ध नगर में 2014 में वोटरों की संख्या 19 लाख से अधिक थीं। इनमें 11 लाख पुरुष, 8 लाख महिला वोटर रहे। 2014 में यहां 60 फीसदी मतदान हुआ था। 2014 में सांसद चुने जाने से पहले वह 2012 में विधायक भी रहे। उन्होंने नोएडा विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी।
गौतमबुद्ध नगर सीट- एक नजर
साल | जीते | हारे |
2009 | सुरेंद्र सिंह (बसपा ) | महेश शर्मा (भाजपा ) |
2014 | महेश शर्मा ( भाजपा ) | नरेंद्र भाटी (सपा ) |