धर्म - अध्यात्म
गुरुवार को नहीं करते शेविंग, रात को क्यों नहीं काटते नाखून
दैनिक कामों के लिए पुराने समय से ही कुछ परंपराएं बनाई गई हैं। इन परंपराओं का पालन करने पर धर्म लाभ के साथ ही स्वास्थ्य लाभ भी प्राप्त होते हैं। यहां ऐसी ही कुछ परंपराएं…
1. शाम को या रात में न काटें नाखून
कुछ लोग दिन में समय न मिलने पर रात में ही नाखून काटने लगते हैं, ये अपशकुन माना जाता है। इस संबंध में मान्यता है कि रात में नाखून काटने पर घर से लक्ष्मी चली जाती हैं और दरिद्रता का आगमन घर में हो जाता है।
2. गुरुवार को न करें शेविंग
गुरुवार भाग्य के कारक ग्रह बृहस्पति यानी देवताओं के गुरु का दिन है। मान्यता है कि जो लोग इस दिन शेविंग करते हैं, उन्हें भाग्य का साथ नहीं मिल पाता है। शेविंग करने के लिए रविवार, सोमवार, बुधवार, शुक्रवार निर्धारित किए गए हैं। जबकि मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को ये काम वर्जित किया गया है।
3. शाम को तुलसी को स्पर्श न करें
रोज शाम को तुलसी के पास दीपक जलाना चाहिए। ऐसा करने पर घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। तुलसी में जल चढ़ाने के लिए सुबह का समय श्रेष्ठ रहता है। शाम के समय तुलसी में न तो जल चढ़ाना चाहिए और ना ही पत्ते तोड़ना चाहिए। शाम को तुलसी को छूना भी नहीं करना चाहिए।
4. शाम को झाड़ू नहीं लगाना चाहिए
ध्यान रखें कि शाम को झाड़ू नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करने पर घर से सकारात्मक ऊर्जा बाहर निकल जाती है और घर में दरिद्रता आती है। शाम से पहले ही घर साफ कर लेना चाहिए।
5. शाम को सोना नहीं चाहिए
शाम को सोना स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। जो लोग शाम को नियमित रूप से सोते हैं, वे मोटापा का शिकार हो सकते हैं। जो लोग बीमार हैं, बुजुर्ग हैं, जो स्त्री गर्भवती है, वह शाम के समय सो सकती है। स्वस्थ लोगों को शाम को सोना नहीं चाहिए, वरना आलस्य बढ़ेगा। जिन घरों में लोग शाम को सोते हैं, वहां लक्ष्मी निवास नहीं करती हैं।