गाजीपुर सीमा पर किसानों के साथ बिताया दिन अनिल चौधरी नें
नई दिल्ली। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष चौ. अनिल कुमार ने गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के साथ 2021 नव वर्ष का पहला दिन बिताया तथा कच्चा राशन व खाद्य सामग्री भी वितरित की। देश भर के किसान पिछले 41 दिनों से बर्फीली ठंड के मौसम में दिल्ली की सीमाओं पर मोदी सरकार के खिलाफ सरकार द्वारा बिना किसी चर्चा के संसद में तीन काले किसान विरोधी कृषि कानूनों को पारित कर किए जाने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। देश भर के किसान इन काले कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर दृड संकल्प के साथ धरने पर बैठे हुऐ है।
चौ. अनिल कुमार ने कहा कि तीन काले कृषि कानून किसानों को “कॉरपोरेट्स की दया” के पात्र बना देंगे, जो कॉरपोरेट्स सेक्टर उनकी संपत्ति पर कब्जा करने अपनी कमाई को बढ़ाने और खेती किसानी के तरीकों को निर्धारित करने के लिए बाद में किसान भाईयों का शोषण करेंगे। चौ. अनिल कुमार ने कहा कि कांग्रेस शुरू से ही काले कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध करती आ रही है, और आंदोलनकारी किसानों को अपना पूरा समर्थन भी दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस काले कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए किसानों की मांग का समर्थन करती है। उन्होंने कहा कि अब तक 41 से अधिक किसानों ने कृषि कानूनों का विरोध करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे चुके है, लेकिन केन्द्र की मोदी सरकार को किसानों की इस दुर्दशा पर जरा भी दया नहीं आ रही है और ना ही इस समस्या का कोई हल निकाल रही है।
चौ. अनिल कुमार ने कहा कि जब तक किसान भाईयों की मांगों को पूरा नहीं किया जाता जब तक वें अपने किसानों भाईयों के संकल्प में साथ है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार जानबूझकर इस समस्या में चर्चा करने में बाधाएं पैदा कर रही है, मोदी सरकार किसानों को किसी भी तरह की राहत देने के लिए तैयार नहीं है, क्योंकि मोदी सरकार कॉरपोरेट्स सेक्टर में बैठे अपने मित्रों को फायदा पहुंचाना चाहती है और मोदी सरकार द्वारा उनके हितों की रक्षा के लिए जानबूझकर किया गया यह एक रानीतिक षड़यन्त्र है।
चौ. अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 17 दिसंबर, 2020 को दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र में तीन कृषि कानूनों की प्रतियों को फाड़कर एक बहुत घटिया किस्म की राजनीति में लिप्त हो गए, उन्होंने दिल्ली सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों में से एक जिसे अधिसूचित किया उसे निरस्त क्यों नहीं किया।
उन्होंने कहा कि 23 नवंबर, 2020 को दिल्ली विधानसभा के एक विशेष सत्र में किसानों के लिए किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ तोड़फोड़ करना मुख्यमंत्री अरविंद की एक झूठी सहानुभूति थी वें केवल किसानों को धोखा देना चाहते है, क्योंकि आम आदमी पार्टी बीजेपी की बी टीम है और वास्तव में आम आदमी पार्टी मोदी सरकार के हित में ही काम कर रही है।