क्या नेबुलाइजेसन से ऑक्सीजन लेवल नियंत्रित किया जा सकता है ?जाने एक्सपर्ट की राय

नई दिल्ली: भारत में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर बेहद तेजी से बढ़ रही है. बीते 24 घंटे में देश भर में कोरोना के 3लाख 80 हजार नए मामले सामने आए हैं और 3 हजार 600 से ज्यादा मरीजों की मौत हो चुकी है. हालात हर दिन खराब होते जा रहे हैं. हर दिन हजारों मरीज अस्पतालों में बेड की कमी का सामना कर रहे हैं तो किसी को जीवनरक्षक दवाएं नहीं मिल रही हैं तो वहीं पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की भी भारी कमी देखने को मिल रही है. ऐसे में क्या घर पर रहकर भी ऑक्सीजन लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है? क्या नेबुलाइजर इसमें आपकी मदद कर सकता है? यहां जानें सच्चाई.
कोरोना की दूसरी लहर में मरीजों में सांस लेने में दिक्कत और शरीर में ऑक्सीजन का लेवल अचानक बहुत कम होने जैसी समस्याएं ज्यादा देखने को मिल रही हैं. ऐसे मं क्या घर पर रहते हुए भी ऑक्सीजन लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है? ऑल इंडिया रेडियो न्यूज ने अपने ट्विवटर हैंडल पर दिल्ली के आरएमलएल अस्पताल के डॉ ए के वार्ष्णेय से इस बारे में बातचीत की और उसे शेयर किया.
डॉ वार्ष्णेय कहते हैं कि अगर मरीज में गंभीर लक्षण दिख रहे हैं और अस्पताल में ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध है तब तो अस्पताल जाना चाहिए. लेकिन अगर ऑक्सीजन की सुविधा उपबल्ध न हो तो घर में सबसे पहले प्रोन ब्रीदिंग करें. इसमें पेट के बल लेट जाएं और एक तकिया सिर के नीचे, एक तकिया छाती के नीचे और एक तकिया घुटने के नीचे लगा लें. अगर 30 मिनट तक इसी पोजिशन में लेटकर स्लो और डीप ब्रीदिंग करें तो ऑक्सीजन सैचुरेशन सामान्य हो सकता है. इसके अलावा ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें. इसमें गहरी सांस लेनी है और छोड़नी है. ऐसा करने से 4-5 प्रतिशत तक ऑक्सीजन लेवल बढ़ जाता है.
इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कोरोना मरीज और उनके परिजनों को ऑक्सीजन उपबल्ध न होने पर नेबुलाइजर मशीन का इस्तेमाल करने की सलाह दी जा रही है. आरएमएल अस्पताल के डॉ वार्ष्णेय इस दावे को भी झूठा बता रहे हैं. डॉ वार्ष्णेय कहते हैं कि नेबुलाइजर को लेकर भ्रांति फैलायी जा रही है. ये एक स्पेशल मशीन है जो दवा को सीधे फेफड़ों तक भेजने का काम करती है. ऐसी दवा जिसे हम खा नहीं सकते उन्हें नेबुलाइजर के जरिए दिया जाता है. इससे दवा फेफड़ों तक जल्दी पहुंचती है. ऑक्सीजन लेवल से नेबुलाइजर का कोई संबंध नहीं है.