क्या कोरोना को रोकने में कारगर है भांग?

वॉशिंगटन: कोरोना के खात्मे के लिए कई तरह के शोध हो रहे हैं. अमेरिका में हुए एक शोध में कहा गया है कि कैनबिडिओल , जो कि भांग में पाया जाने वाला एक सक्रिय तत्व है, COVID-19 का कारण बनने वाले वायरस के संक्रमण को रोकने में मददगार हो सकता है. शोधकर्ताओं के मुताबिक, लैब टेस्ट में सीबीडी ने आशाजनक परिणाम दिखाए हैं. हालांकि, उनका ये भी कहना है कि किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले कुछ और टेस्ट करने होंगे.
शोधकर्ताओं ने कहा कि लैब टेस्ट के परिणाम सकारात्मक हैं, लेकिन अभी मनुष्यों पर टेस्ट किया जाना बाकी है. उसके बाद ही ज्यादा कुछ कहा जा सकता है. गौर करने वाली बात ये है कि COVID के कई ऐसे ट्रीटमेंट हैं जिन्होंने टेस्ट ट्यूब में अच्छे रिजल्ट दिए, लेकिन आगे काम नहीं कर पाए. इसलिए शोधकर्ताओं का कहना है कि मानव पर संभावित प्रभाव से जुड़े परीक्षणों के बाद ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकता है.
रिसर्च टीम को लीड करने वालीं शिकागो विश्वविद्यालय की मार्शा रोसनर का कहना है कि लैब टेस्ट के परिणाम ट्रायल शुरू करने के लिए एक मजबूत आधार पेश करते हैं. उन्होंने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स से कहा, ‘हमारे परिणाम ये नहीं कहते हैं कि CBD रोगियों में काम करेगा. हमारे परिणाम नैदानिक परीक्षण के लिए एक मजबूत केस तैयार करते हैं’. चूंकि इसका मनुष्यों पर परीक्षण नहीं किया गया है, इसलिए यह नहीं माना जाना चाहिए कि भांग आदि खाने से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है.
साइंस एडवांस की रिपोर्ट के अनुसार, शोधकर्ता ने पाया कि सीबीडी ने वायरस के कोशिकाओं में प्रवेश करने के तुरंत बाद काम किया. इसने वायरस को भड़काऊ प्रोटीन इंटरफेरॉन पर प्रभाव के माध्यम से खुद की कॉपी बनाने से रोका. उन्होंने संक्रमित चूहों पर ही यही प्रभाव पाया.रोसनेरने कहा, ‘हम अभी नहीं जानते कि क्या सीबीडी COVID को रोक सकता है, लेकिन हमें लगता है कि हमारे परिणाम नैदानिक परीक्षण करने के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करते हैं. हम एक नैदानिक परीक्षण चाहते हैं’.
मुख्य शोधकर्ता मार्शा रोसनर ने आगे कहा, ‘हमारे परिणाम बताते हैं कि सीबीडी और इसके मेटाबोलाइट 7-OH-CBD संक्रमण के शुरुआती और बाद के चरणों में भी SARS-CoV-2 इन्फेक्शन को रोक सकते हैं’. उन्होंने बताया कि इन सेल-आधारित निष्कर्षों के अलावा, पूर्व-नैदानिक अध्ययनों से पता चलता है कि सीबीडी उपचार ने SARS-CoV-2-संक्रमित चूहों के फेफड़ों और नाक टर्बिनेट्समें वायरल टाइटर्स को कम कर दिया था.