
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दो कुख्यात अंतराज्यीय ड्रग तस्कर को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 950 किलो गांजा, दो मोबाइल फोन व तस्करी में इस्तेमाल टेंपो जब्त किया है। आरोपित ओडिशा से गांजा लेकर दिल्ली आए थे। तस्करों ने पुलिस को चकमा देने के लिए टेंपो पर कोविड सप्लाई एसेंसियल सर्विस का स्टीकर चिपका रखा था। जब्त गांजा दिल्ली-एनसीआर के छोटे तस्करों को आपूर्ति की जानी थी। एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम ब्रांच शिबेश सिंह के मुताबिक गिरफ्तार किए गए तस्करों के नाम चंदन शाह व कृशन देव राय है। वह बिहार के पटना का रहने वाला है। वह पहले मजदूरी करता था। कुछ साल पहले उसका परिचय ओडिशा के रहने वाले मुन्ना नाम के तस्कर से हुआ था। उसने कृशन देव राय को लालच दिया था कि अगर वह उसके लिए तस्करी का काम करेगा तो जल्द अत्यधिक पैसा कमा सकता है।
लालच में आकर उसने मुन्ना के साथ मिलकर तस्करी का धंधा शुरू कर दिया। चंदन शाह नांगलोई का रहने वाला है। दिल्ली में ड्रग तस्करों के खिलाफ पुलिस लगातार अभियान चला रही है। एक दिसंबर को क्राइम ब्रांच को सूचना मिली कि चंदन शाह व कृशन देव राय नाम के तस्कर इन दिनों अधिक सक्रिय हैं।
कोवैक्सीकन को सिर्फ बैकअप दवा के तौर पर काम में लाया जाएगा।
ये लोग ओडिशा से टेंपो से गांजा दिल्ली लाकर छोटे तस्करों को आपूर्ति करते हैं। डीसीपी भीष्म सिंह, एसीपी अरविंद कुमार व इंस्पेक्टर शिव दर्शन के नेतृत्व में एसआइ दिनेश कुमार, रोबिन त्यागी, हवलदार संजीव, नरेंद्र व रामदास की टीम ने लाला जी की दुकान, कंवर सिंह नगर, नांगलोई के पास चे¨कग शुरू कर दी। कोविड सप्लाई एसेंसियल सर्विस का स्टीकर लगे टेंपो को रोक कर जब चेकिंग की गई तब अंदर गांजा लगा मिला। टेंपो पर 950 किलो गांजा लदा था, जिसे वे लोग ओडिशा से लेकर आए थे। पुलिस ने टेंपो समेत गांजा को जब्त कर लिया। बरामद गांजा की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में कई करोड़ बताई गई है।