कोरोना संक्रमण के बीच हरियाणा ने गेहूं खरीद को लेकर उठाया ये कदम
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं. ऐसे में किसान आंदोलन (Farmer Protest) के बीच पंजाब ने कोविड-19 मामलों में हो रही बढ़ोतरी के कारण 10 अप्रैल तक गेहूं खरीद को स्थगित कर दिया है. वहीं इसके पड़ोसी राज्य हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शुक्रवार को कहा कि परेशानी मुक्त खरीद सुनिश्चित करने के लिए खरीद केंद्र बढ़ाए जाएंगे प्रदेश में 1 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू हो जाएगी. उन्होंने कहा कि किसानों के खातों में 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष ऑनलाइन भुगतान हस्तांतरण सुनिश्चित किया जाना चाहिए.
प्रत्येक खरीद केंद्र पर सुरक्षा प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन किया जाए: मनोहर लाल खट्टर – पिछले साल राज्य ने 50 प्रतिशत से अधिक भुगतान सीधे किसानों के खातों में स्थानांतरित कर दिया था बाकी का भुगतान कमीशन एजेंटों के माध्यम से किया गया था. खट्टर ने कहा कि बढ़ते कोविड-19 मामलों को देखते हुए, स्वास्थ्य सुरक्षा हर हाल में व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए उपायुक्तों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रत्येक खरीद केंद्र पर सुरक्षा प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन किया जाए. मुख्यमंत्री ने मजदूरों, कट्टे एवं बोरी (गेहूं भरने के लिए) आदि की उपलब्धता के लिए समय पर व्यवस्था करने के साथ-साथ मंडी प्रणाली को मजबूत करने के निर्देश भी जारी किए.
ट्रांसपोर्टर 48 घंटे के भीतर फसलों को उठाने में विफल रहता है, वैकल्पिक परिवहन व्यवस्था की जानी चाहिए: मनोहर लाल खट्टर
खट्टर ने कहा कि मंडियों से फसलों को समय पर उठाने के लिए उपयुक्त परिवहन व्यवस्था की जानी चाहिए यदि कोई ट्रांसपोर्टर 48 घंटे के भीतर फसलों को उठाने में विफल रहता है, तो वैकल्पिक परिवहन व्यवस्था की जानी चाहिए.