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कोरोना वैक्सीन को लेकर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने दी गुड न्यूज, बताया-जनता को कब तक लग जाएगा टीका

नई दिल्ली केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने सोमवार को कहा कि मास्क कोरोना वायरस कोविड-19 से सुनिश्चित बचाव का सुरक्षा कवच है और साधारण सावधानियों का पालन करके कोरोना संक्रमण से खुद को बचाया जा सकता है। डॉ. हर्षवर्धन ने आज पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर दो हजार से अधिक यात्रियों तथा अन्य लोगों के बीच साबुन तथा मास्क वितरित किया। यह कार्यक्रम इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी के तत्वाधान में किया गया था। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि साधारण सावधानियों के पालन से कोरोना को स्वयं से दूर रखना संभव है। कुछ एहतियातों के बरतने में लापरवाही न केवल नुकसानदायक है बल्कि ऐसा करना स्वास्थ्य पर भी भारी पड़ सकता है। केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कब तक जनता को वैक्सीन लग जाएगी, इस सवाल का जवाब दिया। डॉ. हर्षवर्धन ने बताया है कि सरकार की योजना अगले छह महीने के अंदर 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगा देने की है। विदित हो कि भारत समेत दुनियाभर में कई कंपनियां कोरोना वैक्सीन बना रही हैं और कई ने अपने ट्रायल भी पूरे कर लिए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से सोमवार को जब वैक्सीन को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने बताया कि आने वाले 3-4 महीनों के अंदर इस बात की पूरी संभावना है कि हमारे पास वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी और लोगों को लगाना भी शुरू कर देंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सही तरीके से मास्क पहनने, आपस में दो गज की सुरक्षित दूरी रखने और जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदेशों को अपनाकर कोरोना संक्रमण से बचा जा सकता है। केन्द्रीय मंत्री ने दोहराया कि जब तक वैक्सीन नहीं आती तब तक मास्क और दो गज की दूरी सोशल वैक्सीन की तरह काम करेगी। उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन और अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों पर आपस में दो गज की दूरी बनाए रखें। ऐसे स्थानों पर कोरोना संक्रमण के प्रसार की आशंका बनी रहती है। जहां तक संभव हो भीड़ वाले स्थानों पर नहीं जाएं और यदि जाना जरूरी हो तो सही तरीके से मास्क पहनें और आपसी दूरी सुनिश्चित करें। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, मास्क, कोरोना से सुनिश्चित बचाव का सुरक्षा कवच है। मास्क पहनने का मतलब केवल इसे मुंह पर लटकाना नहीं है अपितु इससे मुंह और नाक को पूरी तरह ढकना है। इतना ही नहीं बात करते समय भी मुंह और नाक पर से मास्क को बिल्कुल नहीं उतारें। हम पर कोरोना तभी वार कर सकता है जब हम मास्क पहनने की गंभीरता को भूलने लगें या फिर भीड़ में आपसी सुरक्षित दूरी की अनदेखी करें। कोरोना से बचाव आपके अपने हाथों में है। आप पूरी सरह सजग और सावधान रहेंगे तो कोरोना के दुस्साहस से बचे रहेंगे।

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