कोरोना वार्ड में व्याप्त अव्यवस्थाओं को लेकर मंत्री से मांगा इस्तीफा
बीकानेर। राजस्थान के काबिना मंत्री डॉ. बी.डी.कल्ला को यहां के एक कोरोना संक्रमित मरीज खुली चेतावनी दी है कि उनकी अस्पताल में कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अस्पताल में कोरोना संक्रमितों के इलाज व उनके रहवास को लेकर अनेक शिकायतें सामने आईं। एक मरीज ने अस्पताल का एक वीडियो जारी कर बीकानेर पश्चिम के विधायक व राज्य के केबिनेट मंत्री डॉ बी डी कल्ला को अपनी बात कही है। साथ ही यदि सुनवाई पूरी नहीं कर सकते तो इस्तीफा देने की मांग की है। तल्ख लहजे में कही गई ये बात अस्पताल की हकीकत बताती है और जिला प्रशासन के दावों की पोल खोलती है। हालांकि संकट के इस समय में सबको धेर्य से काम लेना चाहिये मगर स्थानीय मरीज अव्यवस्थाओं को लेकर जितने परेशान हैं उतने ही परेशान सुनवाई नहीं होने से भी हैं। यह सही भी है कि जब बार-बार यह दावा किया जाता है कि संक्रमित मरीजों के इलाज, आवास व खाने पीने की बेहतर सुविधायें अस्पताल में उपलब्ध है तो ऐसे वीडियो कैसे बाहर आ सकते हैं। साफ दिख रहा है कहीं तो झोल है। कागजों में सब कुछ ठीक बताने वाले अफ सर सीसीटीवी की निगरानी के भरोसे खुद शायद आंखमूंद कर बैठ चुके हैं। राज्य सरकार को बेहतरी की रिपोर्ट भेजने वालों को जमीनी हकीकत का पता कर लेना चाहिये वरना ऐसे अफसरों के कारण सरकार व जनप्रतिनिधियों को ही नीचा देखना ही पडेगा। ऐसा नहीं है कि सब कुछ ही खराब है मगर यह भी सही नहीं कि आप शिकायतों पर ध्यान नहीं दे वो भी एक ही प्रकार की शिकातय जो बार बार आये। ये पब्लिक है सब जानती है, उसके लिये आये किसी भी तरह की योजना, प्रोत्साहन राशि, सुविधाओं का ये सरकारी अफसर और उनके कारिंदे किस प्रकार अपने लाभ के लिये इसतेमाल करते हैं। सफाई का ठेका, खाने का ठेका सहित कई ठेकों में सब में कमीशन की बंदरबांट ने बंटाधार कर दिया है। ऊर्जा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने कहा कि मरीजों व परिजनों की शिकायतों के मिलने के बाद कलेक्टर नमित मेहता से दूरभाष पर वार्ता की है और कोविड वार्ड में व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद रखने के निर्देश दिए। साथ ही कलेक्टर को कोविड वार्ड के शौचालयों की साफ.-सफाई के बारे में सोशल मीडिया पर आए कई वीडियो के बारे में भी बताकर उनका निराकरण की बात कही है।