अपराध

काला जखेड़ी को पकड़ने की पूरी कहानी दिल्ली पुलिस की जुबानी

नई दिल्ली. काला जेठड़ी को पकड़ने के लिए 30 अधिकारियों को उसके पीछे लगाया. अधिकारियों ने 10 किलोमीटर तक पीछा किया, तब एक ढाबे से काला को पकड़ सके. पुलिस उपायुक्त स्पेशल सेल मनीषी चंद्रा ने बताया कि कल 2 बजे तक, जब तक काला पकड़ा न गया, हमारे पास उसकी कोई सूचना नहीं थी. हम पिछले 15 दिन से 7 राज्यों में इसकी तलाश कर रहे थे. राजस्थान और कई राज्यों में इसके पीछे रहे हम. तब जाकर पकड़ा गया.बताया कि कल 2 बजे तक, जब तक काला पकड़ा न गया, इसकी कोई सूचना नहीं थी.

पुलिस उपायुक्त ने बताया कि हम पिछले 15 दिन से 7 राज्यों में इसकी तलाश कर रहे थे. राजस्थान और कई राज्यों में इसके पीछे रहे हम. तब जाकर पकड़ा गया. काला के पास एक चाइनीज पिस्टल बरामद हुई है. रिवाल्वर रानी के पास से भी एक हथियार बरामद किया गया है. काला का काफी बड़ा गैंग है. गैंग मेंबर ने एक साजिश के तहत ये कहानी बनाई क काला विदेश में है, जबकि यही भारत था.

स्पेशल सेल ने इस ऑपरेशन का नाम रखा था- ऑपरेशन D 24. यह नाम इसलिए रखा गया, क्योंकि ऑपरेशन काला स्पेशल सेल की टीम से 24 घण्टे आगे चल रहा था. इसलिए वक्त से तेज दौड़ने के लिए इस ऑपरेशन को नाम दिया गया D-24. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सहारनपुर से वांटेड क्रिमिनल संदीप और उसकी सहयोगी अनुराधा को भी गिरफ्तार किया है. करीब सवा साल से इनका दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्त्तर प्रदेश में आतंक था.
अनुराधा को प्यार से रिल्वार रानी बुलाता था काला
ऐसा लग रहा था कि किसी भूत का पीछा कर रहे हैं. जब तक पकड़ा नहीं गया. तब तक यकीन करना मुश्किल था. अहमदाबाद से शुरुआत हुई फिर मुम्बई, पटना, राजस्थान तमाम शहरों में पीछा किया. काला जखेड़ी अनुराधा को प्यार से रिवाल्वर रानी बोलता था. अनुराधा और काला जखेड़ी के पास से जो पहचान पत्र बरामद हुए हैं. उनके मुताबिक दोनों ने शादी कर ली थी. इन्होंने अपने नाम पुनीत भल्ला और पूजा भल्ला रखा हुआ था. पुलिस इन कागजातों को वेरीफाई कर रही है.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक,
-6 महीने से दिल्ली पुलिस काला जखेड़ी के पीछे लगे थी.– बहुत अलग तरह का ऑपरेशन था, 30 अधिकारियों ने 10 हजार किलोमीटर तक पीछा किया.– इसकी पसंदीदा रिवॉल्वर जो चाइनीज है बरामद हुई है.– जिस वक्त पकड़ा गया उस दौरान सिख का भेष रखा हुआ था पगड़ी लगा रखी थी दाढ़ी बढ़ा रखी थी.– काला जेठेडी हमेशा कैमरों के ध्यान रखता था, कहीं भी जाता चाहे रेस्तरां हो तो इसकी कोशिश होती थी कि कैमरे के सामने ना आये.– काली राणा जो बैंकॉक में है, मोंटी जो यूके से ऑपरेट कर रहा है और गोल्डी बरार जो कनाडा में मौजूद है. उनके लगातार संपर्क में थे.– यानी इस गैंग के अंतरराष्ट्रीय गैंग्स के साथ तार जुड़े थे.

 

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