कांग्रेस मुख्यालय पर मनाई गयी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती
लखनऊ । प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आज भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 इंदिरा गांधी की जयंती सादगी और उनके विचारों पर चलने के संकल्प के साथ नम आँखों से उनके चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित कर संपन्न हुयी। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर आयोजित जयंती पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने इंदिरा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने उपस्थित कांग्रेसजनों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्र भावविभोर होकर भारतरत्न महान नेत्री इंदिरा गांधी जी को शत-शत नमन कर रहा है। राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए उन्होंने बलिदान की सर्वोच्च मिसाल पेश की थी। उन्होने कहा कि श्वेत क्रांति, हरित क्रांति, बैंकों के राष्ट्रीयकरण, 20 सूत्री कार्यक्रमो की शिल्पकार, भारत को परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र बनाने वाली स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी को बड़े ही कृतज्ञ भाव से सम्पूर्ण राष्ट्र नमन कर रहा है और हमेशा याद करेगा और युगों-युगों तक उनके काम हमारे बीच में प्रेरणा के रूप में मौजूद रहेंगे। उन्होंने आगे कहा कि इन्दिरा जी ने समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता जैसे मूल्यों को संविधान में शामिल करवा कर भारत के बहुलतावादी समाज को एक सूत्र में पिरोने और उसके एकीकरण करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी। समाजवाद को संविधान में शामिल करके, जमींदारी उन्मूलन कानून बनाकर गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम को बल प्रदान किया।
उनका लोकप्रिय नारा ‘गरीबी हटाओं मात्र नारा न होकर इन्हीं कार्यक्रमों का जमीनी क्रियान्वयन था जिसके चलते भारत के वंचित और गरीब गुरबा समाज को बड़ा संबल प्राप्त हुआ। प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने आगे कहा कि स्वर्गीय इंदिरा गाँधी जी ने बैंकों का राष्ट्रीयकरण करके जहाँ आम आदमी के धन को सुरक्षित हाथों में पहुँचाने का काम किया था वहीं समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को सशक्त बनाने के प्रयास के साथ देश से राजा-रजवाड़ों को अतिमहत्वपूर्ण मानकर दिए जाने वाले प्रीवीपर्स समाप्त कर देश की जनता में समानता का भाव स्थापित किया।अजय कुमार लल्लू ने आगे कहा कि स्वर्गीय गाँधी ने राष्ट्र की एकता, अखंडता व संप्रभुता को बनाये रखने के लिए अपनी जान तक को न्यौछावर कर दिया। विश्वपटल पर भारत की धाक और चमक उनके नेतृत्व में सदैव कायम रही।
वह राष्ट्रनेत्री के साथ-साथ वैश्विक नेतृत्व करने वाली युगदृष्टा नेता थीं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने उन्हें राष्ट्र की एकता और अखंडता का सूत्रधार बताते हुए कहा कि सिक्किम का विलय कराकर उन्होंने उत्तर-पूर्व की सीमाओं को और सुरक्षित किया और भारत को और अधिक शक्तिशाली बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी। वह सरकार के फैसलों को योजनाबद्ध तरीके से लागू कराने के लिए भी जानी जाती थी। भारत को एक सूत्र में बांधने और एक मजबूत भारत बनाने में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। कृतज्ञ राष्ट्र ऐसे नेता को प्रेरणा के रूप में हमेशा-हमेशा याद रखेगा। उन्होने आवाहन किया कि राष्ट्र के समक्ष खड़ी चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए हम सभी कांग्रेसजनों को एकजुट होकर संघर्ष करना होगा, यही इन्दिरा जी के प्रति सच्ची पुष्पांजलि होगी। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता बृजेन्द्र कुमार सिंह ने किया।जयन्ती कार्यक्रम में प्रमुख रूप पूर्व विधायक श्यामकिशोर शुक्ल, पूर्व विधायक सतीश अजमानी, सिद्धार्थ प्रिय श्रीवास्तव, दिनेश सिंह, अनूप गुप्ता, उबैदउल्ला नासिर, प्रमोद सिंह, मनोज यादव, सहित सैंकड़ों में संख्या में कांग्रेस जन मौजूद रहे।