कल होगा सत्ता का संग्राम,

गाजियाबाद से निकला का चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ कल लखीमपुर खीरी पहुंचेगा। जिले में 26.71 लाख से ज्यादा वोटर्स हैं। 2017 में 18.13 लाख लोगों ने यहां की आठ विधानसभा क्षेत्रों में अपने प्रतिनिधि का चुनाव किया था। भारत-नेपाल सीमा पर सटे उत्तर प्रदेश का ये सबसे बड़ा जिला अपने ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। उत्तर प्रदेश सरकार के मुताबिक, लखीमपुर को पहले लक्ष्मीपुर के नाम से जाना जाता था। पर्यटन और एडवेंचर के लिहाज से भी लखीमपुर खीरी की अलग पहचान है। यहां दुधवा राष्ट्रीय उद्यान है, जो पूरे देश के लिए आकर्षण का केंद्र है। इस ऐतिहासिक और खूबसूरत जिले की चर्चा इन दिनों पूरे देश में जोरशोर से हो रही है। यहीं पर पिछले दिनों रैली निकाल रहे किसानों पर कार चढ़ाई गई थी। इसका आरोप केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे पर लगा है। मामले में अभी जांच चल रही है। ऐसी घटना के बाद जिले में अब क्या राजनीतिक हलचलें हैं? आम लोग क्या सोचते हैं? अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में क्या मुद्दे होंगे? लोग योगी सरकार के अब तक के कामकाज से खुश हैं या नाराज? भाजपा अब किन मुद्दों के साथ यहां वोट मांगने आएगी? ऐसी ही तमाम सवालों के साथ कल