उत्तर प्रदेश

कमजोर नेत्रहीन ‘नीना’ से मंगवाते थे भीख

आगरा. उम्र 60 साल, कमजोर हड्डियां, गठिया और नेत्रहीन, ये है सड़क पर भीख मांगती नीना की पहचान. बुजुर्ग हथनी नीना को आगरा की सड़कों पर सैकड़ाें लोगों ने भीख मांगते देखा लेकिन आज तक कुछ न हुआ. लेकिन सोशल मीडिया पर एक याचिका पर जब बॉलीवुड के कुछ कलाकारों ने रुची दिखाई तो नीना को मदद मिल सकी. उसे वाइल्डलाइफ एसओएस नामक समाज सेवी संस्‍था और वन विभाग ने तत्काल उपचार और देख भाल के लिए मथुरा के हाथी अस्पताल में भर्ती करवाया है.

नील का इस्तेमाल जीवन भर सड़कों पर भीख मांगने या फिर शादियों में एक शो पीस के तौर पर किया जाता रहा. नेत्रहीन, गठिया से पीड़ित और कुपोषित नीना चल भी सही तरह से नहीं पाती थी लेकिन उसके मालिक द्वारा अंकुश चुभा चुभा कर जबरन शादियों में घुमाया जाता. तेज आवाजों और भीड़ से डरने वाली नीला के लिए ये नर्क की यातना से कम नहीं था.

जब नीना काम पर नहीं जाती थी, तो उसे नुकीली जंजीर से कसकर बांध दिया जाता था, जिससे वह लेटने और आराम करने में असमर्थ होती थी. महामारी के दौरान भी, जब शादियों में भीड़ पर प्रतिबंध था, इस अंधी हथनी को बारात में इस्तेमाल किया जाता रहा एवं सड़कों पर भी भीख मांगने के लिए मजबूर किया जाता रहा. नीना को अपने पूरे जीवन में कभी भी उचित उपचार नहीं मिला.

नीना की हालत देख वाइल्डलाइफ एसओएस नामक एक समाजसेवी संस्‍था ने सोशल मी‌डिया पर मदद की याचिका डाली. इस याचिका को बॉलीवुड के कई कलाकारों ने देखा, उस पर हस्ताक्षर किए और अपनी वॉल पर साझा भी किया. आथिया शेट्टी, श्रुति हासन, रणदीप हुड्डा, विवेक ओबेरॉय, आदिल हुसैन, रमोना एरिना, पिया‌ त्रिवेदी, बानी जे, पूजा बत्रा, सुचित्रा पिल्लई और जिम सर्भ के साथ ही अमेरिकी टीवी सीरीज मॉडर्न फैमिली के स्टार नोलन गोल्ड नीना की मदद के लिए आगे आए.

नीना मथुरा स्थित वाइल्डलाइफ एसओएस के हाथी अस्पताल में, नेत्रहीन हथनी नीना को अनुभवी पशु चिकित्सकों और देखभाल कर्मचारियों की टीम मिली, जिन्होंने उसकी परेशानीयों को कम करने की संभावनाओं का पता लगाने के लिए उसकी क्षतिग्रस्त आंखों का अल्ट्रासाउंड किया, उसकी स्वास्थ स्थिति एवं नाज़ुक हड्डियों का आंकलन करने के लिए एक्स-रे और अन्य जांच की.

वाइल्डलाइफ एसओएस की पशु-चिकित्सकों की टीम ने उसके लिए एक गहन उपचार योजना विकसित करी, जिसमें उसके स्वास्थ्य को संबोधित करते हुए उसके दर्द और पीड़ा को कम करने के लिए हाइड्रोथेरेपी, लेजर थेरेपी और पोषित आहार भी शामिल हैं. वाइल्ड लाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ कार्तिक सत्यनारायण ने कहा कि वाइल्डलाइफ एसओएस उन सभी मशहूर हस्तियों का आभारी हैं, जिन्होंने नीना हथनी की दुर्दशा के लिए बनाई गई याचिका पर अपना समर्थन व्यक्त किया. वहीं मथुरा के डीएफओ रजनीकांत मित्तल ने कहा कि उत्तर प्रदेश वन विभाग को इस बात की खुशी है की वाइल्डलाइफ एसओएस के सहयोग से नीना जैसी पीड़ित हथनी को हाथी अस्पताल में उचित उपचार प्रदान हो पा रहा है.

 

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