ओमिक्रॉन से घबराने की नहीं, सावधान रहने की जरूरत : सतीश राय

प्रयागराज । ओमिक्रॉन वायरस कोविड 19 का एक नया रूप है। इसमें संक्रमित मरीजों में अत्यधिक थकान, सूखी खांसी, गले में खराश, नस खिंचाव या मांसपेशियों में दर्द, बुखार जैसा लक्षण होता है। बिना लक्षण दिखे भी ओमिक्रॉन से संक्रमित हो सकते हैं। यह डेल्टा वेरिएंट से 05 से 07 गुना ज्यादा तेजी से फैल रहा है। लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं, बस सावधान रहने की जरूरत है।
यह बातें एसकेआर योग एवं रेकी शोध, प्रशिक्षण और प्राकृतिक संस्थान रेकी सेंटर के जाने माने स्पर्श चिकित्सक सतीश राय ने उपस्थित लोगों से कहीं। उन्होंने कहा कि जो कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं उन्हें भी इससे बचने की जरूरत है। जरूरी सावधानियां अपनाकर आप खुद को और अपने आसपास के लोगों को सुरक्षित रख सकते हैं। कोरोना से बचाव वाले सभी नियम ओमिक्रॉन पर भी लागू होता है। मास्क लगाएं, शारीरिक दूरी बनाकर रखें, हाथों को धोते रहें, भीड़ भाड़ वाले जगहों पर जाने से बचें।
सतीश राय ने कहा कि हमारी तैयारी सिर्फ ओमिक्रॉन के लिए ही नहीं होनी चाहिए क्योंकि आने वाले समय में कोरोना के और नए वायरस पाई या दूसरे वेरिएंट आ सकते हैं। इसलिए अपनी इम्यूनिटी को मजबूत करना सबसे ज्यादा जरूरी है। हमें प्राकृतिक रूप से अपने शरीर को मजबूत या तैयार करना है। इसमें प्राकृतिक मौसमी फल, सब्जियां, मसाले, अंकुरित अनाज खाने में लें। स्पर्श ध्यान, प्राणायाम को अपनाएं। इसके नियमित अभ्यास से शरीर की इम्यून पावर बढ़ती है। अंत में उन्होंने कहा कि इस देश में नियम संयम से रहने, स्पर्श-ध्यान करने और लगातार बदलते मौसम के कारण लोगों में नेचुरल इम्यूनिटी विकसित हो चुकी है जो ओमिक्रॉन या आगे आने वाले किसी भी वेरिएंट से हमें बचाती रहेगी।