ऑक्सीजन मशीन व डिस्पोजल निडिल-इंजेक्शन में मिली गन्दगी
सीएमएस को मण्डलायुक्त ने लगायी कड़ी फटकार
जिला अस्पताल के निरीक्षण में मिली कई खामियां
ललितपुर। आयुक्त झांसी सुभाषचन्द्र शर्मा ने जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। आयुक्त ने प्लास्टर रुम, इमरजेंसी वार्ड, इमरजेंसी आउटडोर, इमरजेंसी होल्डिंग एरिया, दिव्यांग शौचायल एवं आईसोलेशन वार्ड का जायजा लिया। प्लास्टर रुम के निरीक्षण में कक्ष में गंदगी पायी गई, इस पर आयुक्त महोदय ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक पुरुष को निर्देश दिये कि प्लास्टर रुम एवं अस्पताल के अन्य कक्षों तथा गैलरियों में चूने के पानी से भली प्रकार से धुलाई करायें, जिससे अस्पताल में आने वाले मरीजों को संक्रमण का खतरा न रहे। आयुक्त ने इमरजेंसी वार्ड में उपचार हेतु आये मरीजों से वार्ता कर उन्हें अस्पताल में उपलब्ध करायी जा रहीं उपचार सम्बंधी व्यवस्थाओं के बारे में पूछताछ की। इमरजेंसी आउटडोर वार्ड के निरीक्षण के दौरान कक्ष के बाहर लगी आकस्मिक ड्यूटी तालिका पर कोई प्रविष्टियां अंकित नहीं पायी गईं। ऑक्सीजन मशीन के पीछे प्रयोग की हुई डिस्पोजल निडिल एवं इंजेक्शन की सिरिंज एवं चूहों की गंदगी पायी गई।
इस पर आयुक्त द्वारा चिकित्सा अधीक्षक को फटकार लगाते हुए उक्त कक्ष में सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दिये गए। इसके पश्चात होल्डिंग एरिया के निरीक्षण के दौरान जब आयुक्त द्वारा छत पर लगे हुए सीलिंग पंखों को चलवाया गया तो मौके पर कोई भी चलता हुआ नहीं पाया गया, होल्डिंग एरिया में मरीजों के लिए पीने के पानी का कोई उचित प्रबंध नहीं था, प्रकाश हेतु लगी हुई ट्यूब लाइटें क्षतिग्रस्त अवस्था में पायी गईं। परिसर के कोनो में गुटखे की पीक पड़ी हुई थी, साथ ही मुख्य प्रवेश द्वार के फर्स पर बारिश का पानी भरा हुआ था। अस्पताल परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग के दिशा-निर्देशों के अनुपालन सम्बंधी कोई मार्कर नहीं पाया गया। अस्पताल में दिव्यांगजनों हेतु बने शौचालय में गंदगी पायी गई, साथ ही शौचालय का दरवाजा टूटा हुआ पाया गया। इस पर आयुक्त ने घोर नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिये कि डी.एच.एस. की धनराशि से अस्पताल परिसर में सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाये जायें, साथ ही परिसर में नगर पालिका की टीम द्वारा स्वच्छता हेतु विशेष सफाई करायी जाये।
उन्होंने कहा कि 2 दिन के भीतर यदि अस्पताल परिसर में अच्छी तरह से सफाई नहीं करायी गई तो शीघ्र ही मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के विरुद्ध निलंबन की कार्यवाही की जाएगी। इसके उपरान्त आईसोलेशन वार्ड के निरीक्षण में वार्ड के मुख्य द्वार पर स्ट्रेचर रखा हुआ था, जिसका टांग टूटी हुई थी, साथ ही आईसोलेशन वार्ड के द्वार पर कोरोना मरीजों के सैम्पलिंग में प्रयोग की हुई वेस्ट स्ट्रिप फर्स पर पड़ी हुई पायी गईं, उक्त मेडिकल वेस्ट का कोई उचित प्रबंधन न होने पर आयुक्त महोदय द्वारा घोर नाराजगी व्यक्त करते हुए अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं पर मुख् चिकित्सा अधिकारी को कड़ी फटकार लगायी गई, साथ ही उन्हें चेतावनी दी गई कि कोरोना जैसी भयानक महामारी के समय अस्पताल प्रशासन द्वारा इस प्रकार की अनियमितता कतई बर्दास्त नहीं की जाएगी। अस्पताल प्रशासन कोविड सम्बंधी वेस्ट मटेरियल को सावधानीपूर्वक डिस्पोजल करायें, जिससे अस्पताल में आने वाले अन्य लोग इस महामारी की चपेट में न आ सकें। साथ ही सैम्पलिंग का कार्य आईसोलेशन वार्ड से हटकर किसी अन्य स्थान पर कराया जाये। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी अनिल कुमार मिश्र, सीएमओ, उप जिलाधिकारी सदर गजल भारद्वाज, ईओ, सीएमएस पुरुष, सीएमएस महिला डा.हरेन्द्र सिंह चौहान सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य चिकित्सक एवं स्टाफ मौजूद रहा।