ऐसी खतरनाक बीमारियां पैदा कर रहावर्क फ्रॉम होम

नई दिल्ली: कोरोना वायरस ने दुनिया को बहुत कुछ सिखाया है, फिर चाहे वो इम्यूनिटी बूस्ट रखने का महत्व हो या फिर घर से ही ऑफिस का सारा काम करना. लॉकडाउन के बाद लगभग हर ऑफिस के लोग वर्क फ्रॉम होम यानी घर से काम करना सीख चुके हैं. शुरुआती दिनों में तो वर्क फ्रॉम होम कल्चर लोगों को बहुत अच्छा लगा लेकिन अब कई लोग इस वर्क फ्रॉम होम कल्चर में मुश्किलों का सामना कर रहे हैं.
मौजूदा वक्त में तमाम लोग ऐसे हैं, जो वर्क फ्रॉम होम को एक मुसीबत मानने लगे हैं. अगर आप भी एक वर्किंग प्रोफेशनल हैं, तो आपके सामने भी ये 4 समस्याएं मुंह बाए खड़ी होंगी. इन समस्याओं से ज्यादातर वर्किंग प्रोफेशनल्स परेशान हैं. आइए जानते हैं कौन सी हैं ये समस्याएं.
कोविड -19 महामारी शुरू होने के समय से ही बहुत से लोग वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं. ऐसे में डॉक्टरों ने नोटिस किया है कि युवाओं में पीठ, गर्दन और कंधे के दर्द के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. इसे सिक स्कैपुला सिंड्रोम कहते हैं, जिसे स्कैपुलर डिस्काइनेसिस के रूप में भी जाना जाता है.
एक आंकड़े में पाया गया है कि वर्क फ्रॉम होम की वजह से 30-45 वर्ष की आयु के युवाओं में सिक स्कैपुला सिंड्रोम के केसों में 20-25% की वृद्धि हुई है. आमतौर पर, एथलीटों में गैर-एथलीटों के मुकाबले लगभग 61% की स्कैपुलर डिस्काइनेसिस की ज्यादा शिकायतें आती हैं. लेकिन मौजूदा वर्क फ्रॉम होम कल्चर में बैठने की खराब मुद्रा या बिना ब्रेक के घंटों तक लगातार काम करते रहने से कामकाजी लोगों में ऐसे मामले सामने आए हैं. इस बीमारी का सबसे आम लक्षण जोड़ों में दर्द और कंधे या हाथ को हिलाने में कठिनाई है.
दरअसल पूरे लॉकडाउन में बहुत समय तक एक ही अवस्था में बैठे रहने के कारण या जरूरत से ज्यादा व्यायाम करने के कारण शरीर में दर्द की कई शिकायतें सामने आईं. ऐसे में लोगों के शरीर को वैसी ही मुद्रा की आदत भी पड़ गई लेकिन अब जब ऑफिस दोबारा खुल रहे हैं तो फिर से लोगों के बैठने की मुद्रा में बदलाव आने लगा है. ऐसी अवस्था को अपनाने में हमारे शरीर को कुछ वक्त लग सकता है.
सिक स्कैपुला सिंड्रोम की घटनाएं, विशेष रूप से आईटी पेशेवरों, रिसेप्शन और डेस्क कर्मचारियों में आश्चर्यजनक रूप से देखी गई हैं और इससे ठीक होने के लिए जल्द से जल्द फिजियोथेरेपिस्ट को दिखाने की आवश्यकता है. अगर आपको लगता है कि आपका शरीर भी ऐसी किसी बीमारी से गुजर रहा है तो इसका उपचार जल्द ही करा लें.
घर से काम करते समय शारीरिक मुद्रा का रखें खास ख्याल काम करते समय ठीक से बैठें दैनिक व्यायाम करें काम के बीच में अपनी सीट से ब्रेक लें लगातार काम न करें, बीच-बीच में सीट से जरूर उठें फोन कॉल करते समय चलें फोन का उपयोग कम करें ऐसी कुर्सी पर बैठें जो सहारा और आराम दोनों देती हो