उन्नाव केस से उठेगा पर्दा? पीड़िता को आया होश
कानपुर। अस्पताल में भर्ती उन्नाव कांड की तीसरी पीड़िता रोशनी को सातवें दिन होश आ गया। बुधवार सुबह होश में आने के बाद मजिस्ट्रेट के सामने रोशनी ने बयान दर्ज करवाया। पीड़िता ने बताया कि आखिरी कैसे उसकी दोनों बहनों की जान गई।
उन्नाव पुलिस को रोशनी ने बताया कि बुआ और चचेरी बहन के साथ हम तीनों कुरकुरे के पैकेट लेकर खेत गए थे। चारा काटने के बाद वहीं बैठे थे तभी विनय उर्फ लंबू और सचिन भी कुरकुरे लेकर आए। हम सभी लोगों ने कुरकुरे खाए तीखा लगा तो लंबू ने पानी की बोतल दे दी। बुआ और चचेरी बहन ने मुझसे जबरदस्ती पानी का बोतल लेकर पानी पी गईं। बोतल में थोड़ा पानी बचा तो मैंने भी पी लिया। इसके बाद हम तीनों छटपटाने लगे। रोशनी ने आगे बताया कि हम लोग की हालत देख लंबू और सचिन वहां से भाग गए।
इसके बाद पुलिस ने रोशनी से पूछा कि क्या उन लोगों को मारा-पीटा या यौन शोषण हुआ तो पीड़िता ने इस बात से साफ इनकार कर दिया। जब रोशनी से पूछा गया कि क्या विनय व सचिन ने उसके साथ कोई जबरदस्ती की तो उसने कहा, अगर वह ऐसा करते तो उन्हें वहीं सबक सिखा देते। हम लोगों के साथ जो कुछ हुआ वह धोखे से हुआ है।
क्या है पूरा मामला
17 फरवरी के दिन बबुरहा गांव की तीन नाबालिक लड़कियां जानवरों के लिए चारा लेने घर से निकली थीं। देर शाम तक घर वापस नहीं लौटने पर परिजनों ने उनकी खोजबीन शुरू की। इसी दौरान परिजनों को तीनों लड़कियां खेत में बेहोशी की हालत में मिलीं। सभी लड़कियां आपस में दुपट्टे से बंधीं हुईं थी और सभी के मुंह से झाग निकल रहा था। परिजनों ने गांव वालों की मदद से तुरंत उन तीनों के नजदीकी अस्पताल ले गए जहां दो लड़कियों की मौत हो चुकी थी जबकि तीसरी लड़की रोशनी की हालत गंभीर थी जिसे कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में रेफर कर दिया गया था।