उत्तर प्रदेश के दिल्ली से सटे जिलों में फिर बढ़ा कोरोना का प्रकोप
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना संक्रमण बढऩे से प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में कोरोना संक्रमण के केस की बढ़ोत्तरी हुयी है। सहगल ने शनिवार को नियमित प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि दिल्ली के सीमावर्ती जिलों में विशेष सतकर्ता बरती जा रही है तथा अस्पतालों में सभी समुचित सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही है। कोरोना संक्रमण से बचने का सबसे बड़ा उपाय बचाव ही है।उन्होंने कहा कि पिछले कोरोना कालखण्ड से ही सरकार प्रदेश के सभी अस्पतालों में समुचित सुविधाएं सृजित करने में लगी हुई थी। 1.50 लाख से अधिक बेड हमारे सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध हैं। सुविधाओं की कोई समस्या नहीं है लेेकिन सावधानी रखना सबसे अधिक आवश्यक है। इस समय त्योहारों का मौसम है और शादियां शुरू हो गई हैं, इसलिए सामाजिक दूरी रखिए तथा मास्क का प्रयोग अवश्य करें। कुछ जिलों में संक्रमण के मामले बढ़े हैं तथा हॉट स्पॉट में थोड़ी से बढ़ोत्तरी हुई है। अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में कल एक दिन में एक लाख 73 हजार 492 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक कुल एक करोड़ 78 लाख 10 हजार 564 सैम्पल की जांच की गयी है।उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 2326 नये मामले आये हैं। प्रदेश में 23,471 कोरोना के एक्टिव मामले हैं। होम आइसोलेशन में 10,934 लोग हैं।
उन्होंने बताया कि निजी चिकित्सालयों में 2228 लोग ईलाज करा रहे हैं, इसके अतिरिक्त बाकी मरीज एल-1, एल-2 तथा एल-3 के सरकारी अस्पतालों मे अपना ईलाज करा रहे हैं। प्रदेश में अब तक कुल 4,93,228 कोविड-19 से ठीक होकर पूर्ण उपचारित हो चुके हैं। राज्य में कोरोना रिकवरी रेट 94.09 प्रतिशत हो गया है। श्री प्रसाद ने बताया कि वैक्सीन पर लगातार कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि अगले साल तक कोविड-19 की वैक्सीन आ जायेगी। इसके लिए प्रदेश सरकार पूरी तैयारी कर रही है। इसके लिए कोल्ड चेन की व्यवस्था करनी है उसकी तैयारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि जब तक इसकी कोई दवा न आ जाए तब तक अपना बचाव करें। सार्वजनिक स्थानों पर बिना मॉस्क पाये जाने पर 500 रूपये दण्ड स्वरूप वसूला जा रहा है, इसलिए सभी से अपील है कि संक्रमण से बचने के लिए मास्क का उपयोग करे, नियमित हाथ धोएं तथा उचित दूरी बनाये रखें। सहगल ने बताया कि आर्थिक गतिविधियां और अधिक तेजी से बढ़ें, इसके लिए सरकार निरन्तर प्रयास कर रही है। रोजगार के और अधिक अवसर पैदा हों विशेषकर छोटे और लघु उद्योगों के माध्यम से रोजगार के अवसर सृजित कर लोगों को नौकरी उपलब्ध करायी जायेगा। उन्होने बताया कि मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वे स्वयं तथा अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ धान क्रय केन्द्र की समीक्षा करें। अब तक 151.69 लाख कुंतल धान की खरीद की जा चुकी है। जो पिछले वर्ष से दोगुना से भी अधिक है। अब तक किसानों से 1,37,969.60 कुंतल मक्का की खरीद की जा चुकी है। जो गत वर्षों से काफी अधिक है। सहगल ने बताया कि प्रदेश सरकार पराली प्रबंधन पर विशेष ध्यान दे रही है तथा किसानों को विशेष उपकरणों पर अनुदान दे रही है कि वो पराली प्रबंधन को बेहतर कर सकें। पिछले कई सालों की तुलना में इस वर्ष पराली जलाने की घटना में काफी कमी आई है। इससे साफ स्पष्ट है कि किसान अब जागरूक हो रहे हैं।