इमरान खान अपने होश में नहीं हैं, : मरियम नवाज( Maryam Nawaz)

इस्लामाबाद. पाकिस्तान में विपक्ष की नेता मरियम नवाज ( Maryam Nawaz) शरीफ ने शनिवार को अविश्वास प्रस्ताव से बचने और तोड़फोड़ करने की कोशिश के लिए इमरान खान की आलोचना की. शनिवार सुबह में शुरू हुई पाकिस्तान नेशनल असेंबली ने अभी तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश नहीं किया है.
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज या पीएमएल-एन की नेता मरियम शरीफ ने ट्वीट किया, “एक व्यक्ति जो अब अपने होश में नहीं है, उसे क्रोध में तबाही लाने और पूरे देश को कमजोर करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है. यह कोई मजाक नहीं है. उसे पीएम या पूर्व पीएम के रूप में नहीं माना जाना चाहिए, उसे एक मनोरोगी के रूप में माना जाना चाहिए, जिसने सिर्फ अपनी चमड़ी को बचाकर पूरे देश को बंधक बना रखा है. शर्म की बात है.”
उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर भी पोस्ट किया, “किसी के कार्यों के बुरे नतीजों का सामना करने के डर से एक पागल ने पूरे देश को एक ठहराव की स्थिति में लाकर पूरी तरह से ठप कर दिया है. 22 करोड़ का देश अब बिना सरकार के है. यह संविधान का घोर उल्लंघन और सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना है.”
पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय के एक ऐतिहासिक फैसले के बाद खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के लिए नेशनल असेंबली का सत्र शनिवार को स्थानीय समयानुसार पूर्वाह्न साढ़े 10 बजे शुरू हुआ. न्यायालय द्वारा डिप्टी स्पीकर के फैसले को खारिज किए जाने पर बृहस्पतिवार को संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ ने इसका पाकिस्तान एक ऐतिहासिक दिन के रूप में स्वागत किया और कहा कि शीर्ष अदालत के फैसले ने देश का भविष्य ‘उज्ज्वल’ बना दिया है.
‘पाकिस्तान की संसद आज इतिहास लिखेगी’
उन्होंने स्पीकर असद कैसर से अदालत के निर्देशों के अनुसार कार्यवाही करने का आह्वान किया और कहा कि संसद आज इतिहास लिखेगी. उन्होंने कहा, ‘आज संसद एक चुने हुए प्रधानमंत्री को संवैधानिक तरीके से हराने जा रही है.’ शहबाज ने स्पीकर से कहा कि जो बीत गया उसे छोड़ दें और कानून और संविधान के लिए खड़े हों. उन्होंने स्पीकर से अपनी भूमिका निभाने और अपना नाम ‘इतिहास में सुनहरे शब्दों में लिखने’ का आग्रह किया. उन्होंने कहा, ‘आपको इस क्षण पूरे विश्वास के साथ और अपने विवेक से चलना चाहिए. प्रधानमंत्री के निर्देश पर नहीं जाएं.’ जिस पर स्पीकर ने शहबाज को आश्वासन दिया कि वह कानून और संविधान के अनुसार कार्यवाही करेंगे.
‘अंतरराष्ट्रीय साजिश पर भी चर्चा होनी चाहिए’
सदन में विपक्ष के नेताओं द्वारा विरोध में पीठ थपथपाने के शोर के बीच स्पीकर ने कहा, ‘महत्वपूर्ण बात यह है कि एक अंतरराष्ट्रीय साजिश की गई है. इस पर भी चर्चा की जानी चाहिए.’ वहीं, इस पर शहबाज ने कैसर से कहा कि अगर वह ऐसा करते हैं तो वह अदालत के निर्देशों का उल्लंघन होगा. उन्होंने सत्र के आयोजन के संबंध में शीर्ष अदालत के निर्देशों को भी पढ़कर सुनाया. उन्होंने स्पीकर से प्रस्ताव पर मतदान कराने का आह्वान करते हुए कहा, ‘अदालत के निर्देशों के तहत, आपको इस एजेंडा विषय को कार्यवाही में शामिल करना होगा और कोई अन्य विषय को शामिल नहीं करना चाहिए. आदेश यही कहता है और आप इससे पीछे नहीं हट सकते.’
‘सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पूरी तरह से पालन होगा’
कैसर ने विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को सदन में बोलने का मौका देते हुए कहा, ‘उच्चतम न्यायालय के आदेशों का पूरी तरह से पालन किया जाएगा.’ कुरैशी ने कहा कि विपक्ष को प्रधानमंत्री के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का अधिकार है, लेकिन उन्होंने कहा कि इसका बचाव करना उनका दायित्व है. खान के करीबी सहयोगी ने कहा, “हम इसे संवैधानिक, राजनीतिक और लोकतांत्रिक तरीके से लड़ने का इरादा रखते हैं.” संवैधानिक उल्लंघनों के बारे में उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि हम “संविधान का सम्मान करें.”
विपक्ष को 172 सदस्यों के समर्थन की जरूरत
प्रधानमंत्री इमरान खान को पद से हटाने के लिए विपक्षी दलों को 342 सदस्यीय सदन में 172 सदस्यों के समर्थन की आवश्यकता है. विपक्षी दलों ने क्रिकेटर से नेता बने खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के असंतुष्टों और सत्तारूढ़ गठबंधन के कुछ सहयोगियों की मदद से जरूरत से ज्यादा समर्थन हासिल कर लिया है.
नेशनल असेंबली सचिवालय द्वारा संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली (एनए) के छह सूत्री एजेंडे में अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान चौथे स्थान पर है. खान (69) के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ पीटीआई पार्टी ने विपक्ष के लिए चीजों को जितना हो सके उतना कठिन बनाने का संकल्प लिया है, चाहे वह मतदान प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न करना हो या विपक्षी उम्मीदवार शहबाज शरीफ को सदन का नया नेता बनने से रोकना.