लाइफस्टाइल

इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखेंग, तो नहीं होगा डिमेंशिया

अपने आसपास अक्सर हम बहुत सारे लोगों को देखते हैं जो कहीं ना कहीं भूलने की बीमारी का शिकार हो जाते हैं. खास करके यह दिक्कत बुढ़ापे में होती है, जिसे डिमेंशिया कहते हैं. दुनिया में लाखों लोग इस बीमारी की चपेट में हैं. डब्ल्यूएचओ की मानें तो हर साल करीब 10 करोड़ नए मामले डिमेंशिया के आते हैं. ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या इस समस्या से बचा जा सकता है? यहां कुछ ऐसे सुझाव हैं जिनको अपनाकर हम डिमेंशिया के रिस्क को कम कर सकते हैं. कुछ छोटी-छोटी चीजों का अगर हम ध्यान रखें तो डिमेंशिया को मात दिया जा सकता है.

स्वस्थ आहार न सिर्फ कैंसर, हार्ट अटैक और डायबिटीज से बचाता है बल्कि यह हमारे ब्रेन की हेल्थ के लिए भी बहुत जरूरी है. डब्ल्यूएचओ के हिसाब से अपने खाने में ढेर सारी सब्जियां, फल, मछली, मेवे और ऑलिव ऑयल को शामिल करना चाहिए. इसके अलावा मेडिटेरियन डाइट भी डिमेंशिया के रिस्क को कम कर सकती है.

व्यायाम शारीरिक सेहत के साथ मानसिक सेहत के लिए भी बहुत जरूरी है. आप उम्र के किसी भी पड़ाव पर हों जोगिंग, वाकिंग जरूर करें. इससे मानसिक सेहत अच्छी रहती है और डिमेंशिया का खतरा कम होता है. डिमेंशिया को दूर करने के लिए योग का सहारा भी फायदेमंद होता है. योग और ध्यान से एकाग्रता की क्षमता बढ़ती है जिससे डिमेंशिया के जोखिम को कम किया जा सकता है.

डब्ल्यूएचओ यह भी कहता है डिमेंशिया उन लोगों में होने की आशंका ज्यादा होती है. जो स्मोकिंग करते हैं. इसलिए जरूरी है कि धूम्रपान से दूर रहें. इसके अलावा अल्कोहल से भी परहेज करें.

 

 

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