आपके हाथ-पैर ठंडे हैं !!!
सर्दियों में बहुत से लोगों के साथ ये दिक्कत होती है कि उनके हाथ-पैर ठंडे (Cold) बने रहते हैं. फिर वो चाहें कितने भी दस्ताने और मोज़े क्यों न पहन लें या फिर शॉल और रजाई में अपने हाथ क्यों न दिये रहें. अगर देखा जाये तो ये बात लोगों को बहुत ही नॉर्मल सी लगती है. जबकि इसके पीछे की वजह शरीर में मौजूद बीमारियां (Diseases) और कमियां भी हो सकती हैं. इसके साथ ही कुछ बातें भी ऐसी होती हैं जिसको आप इग्नोर करते रहते हैं. तो आइये आज जानते हैं कि सर्दियों में हाथ-पैर ठंडे बने रहने के पीछे क्या वजह है और इससे राहत पाने के लिए आपको किन बातों का ख्याल रखने की जरूरत है.
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हाइपोथाइरॉयडिज्म की वजह से – गले पर स्थित थायराइड ग्रंथि से निकलने वाले थाइराइड हार्मोन की अनियमितता अथवा उसकी कमी भी शरीर में धीमे रक्त-संचार का कारण बन सकती है. जो हाथ-पांव में ठंड लगने की वज़ह हो जाती है. गौरतलब है कि थाइराइड हार्मोन हमारे उपापचय और दिल की धड़कन को भी प्रभावित करता है. इसलिये शरीर में इसकी कम मात्रा में उत्पादन खून का संचार भी धीमा कर देता है जिससे हमारे हाथ-पैर ठंडे हो जाते हैं.
मधुमेह या डायबिटीज़ की वजह से – डायबिटीज़ या शुगर की दवाओं में कुछ ऐसे केमिकल्स होते हैं जो हमारे शरीर में खून की मात्रा कम कर देते हैं. ज़ाहिर है कि इससे रक्त-संचार धीमा हो जाता है और हमारे हाथ-पैर ठंडे बने रहते हैं. इसके अलावा शुगर में तंत्रिका-तंत्र को नुकसान पहुंचने की आशंका भी बनी रहती है. इसकी दिक्कत जिन्हें होती है उनके हाथ-पैरों में झुनझुनी और ठंडेपन की समस्या भी होती रहती है.