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आतंकी हरकतों से सरकारी नौकरी से निकाला

श्रीनगर.पाकिस्तान समर्थक सैयद अली शाह गिलानी के पोते और डोडा के एक शिक्षक को जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों का कथित तौर पर साथ देने के लिए सरकारी नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया. अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी. गिलानी के पोते अनीस उस सलाम और शिक्षक फारूक अहमद बट की बर्खास्तगी के साथ ही केंद्र शासित क्षेत्र में पिछले छह महीने में सरकारी नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 27 हो गई है.

इससे पहले सेवा से निकाले गए लोगों में पाकिस्तान स्थित हिज्बुल मुजाहिदीन के सरगना सैयद सलाहुद्दीन के दो बेटे और दागी पुलिस अधीक्षक देवेंद्र सिंह शामिल हैं. सिंह को एक वांछित आतंकवादी तथा दो अन्य के साथ गिरफ्तार किया गया था. उप राज्यपाल ने इन्हें संविधान के अनुच्छेद 311 (दो) में प्राप्त शक्तियों के तहत तथ्यों और परिस्थितियों की पड़ताल करने के बाद बर्खास्त किया था.

संविधान के इस प्रावधान के तहत बर्खास्त किये गए कर्मचारी अपनी बर्खास्तगी को केवल जम्मू कश्मीर उच्च न्यायालय में चुनौती दे सकते हैं. अधिकारियों ने बताया कि अल्ताफ अहमद शाह उर्फ अल्ताफ फंटूश के बेटे अनीस के विरुद्ध डोसियर के अनुसार संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब में स्थित तीन संदिग्ध उसके नजदीकी संपर्क में हैं. अनीस के पिता को आतंक के वित्त पोषण के मामले में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) द्वारा गिरफ्तार किया गया था और वह 2017 से तिहाड़ जेल में है.

अनीस को 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के कार्यकाल में शेर ए कश्मीर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र (एसकेआईसीसी) में शोध अधिकारी नियुक्त किया गया था. अधिकारियों के अनुसार, अनीस 31 जुलाई से सात अगस्त 2016 के बीच पाकिस्तान गया था और उसने कथित तौर पर गिलानी के कहने पर आईएसआई के कर्नल यासिर से मुलाकात की थी.

उसकी वापसी के बाद जम्मू कश्मीर में हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी की मौत पर पैमाने पर अस्थिरता देखी गई थी. तत्कालीन राज्य सरकार पर अनीस की नियुक्ति का दबाव था और इसके लिए सभी नियमों को ताक पर रखा दिया गया था.आरोप है कि अनीस अपनी नियुक्ति से पहले श्रीनगर शहर में और उसके आसपास ड्रोन उड़ाकर कानून व्यवस्था की स्थिति का वीडियो बनाता था और बाद में उस फुटेज को सीमापार आईएसआई से साझा करता था.

बर्खास्त किया गया अन्य कर्मचारी फारूक अहमद बट जम्मू के डोडा में एक स्कूली शिक्षक है. उसे 2005 में संविदा पर नियुक्त किया गया था और 2010 में स्थायी कर दिया गया था। बट का भाई मोहम्मद अमीन बट लश्कर ए तैयबा का सक्रिय आतंकवादी है जो पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले कश्मीर में अपनी गतिविधि चलाता है.

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