अमित शाह ने प्रधानमंत्री के विकासोन्मुखी दृष्टिकोण की प्रशंसा की
अहमदाबाद। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल का जिक्र करते हुए रविवार को कहा कि मोदी संभवत: ऐसे पहले नेता हैं, जिन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए एक प्रणाली तैयार की कि उनके मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद भी विकास कार्य जारी रहें।
शाह ने अपने गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र में अहमदाबाद और इसके आसपास के क्षेत्रों में 244 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की आधारशिला रखी और मोदी के राज्य के मुख्यमंत्री बनने के बाद गुजरात में शुरू हुए विकास कार्यों की सराहना की।
शाह ने कहा, ‘‘राजनीति में इतने लंबे अनुभव के दौरान मैंने कई प्रकार के नेता देखे हैं। कुछ ऐसे नेता हैं, जो चीजों को अपनी गति से होने देते हैं और केवल फीता काटने के लिए जाते हैं। कुछ ऐसे नेता भी हैं, जो अपने कार्यकाल के दौरान सबसे अधिक विकास सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं।’’ उन्होंने शहर के बोपाल क्षेत्र में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘लेकिन कुछ ऐसे भी हैं, जो ऐसा तंत्र बनाते हैं कि उनके जाने के बाद भी विकास जारी रहता है और नरेंद्र भाई ऐसा करनेवाले संभवत: पहले नेता हैं।’
शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में मोदी के 14 साल के शासन से गुजरात को बहुत फायदा हुआ। उन्होंने कहा, ‘इन 14 वर्षों में ऐसी प्रणालियां बनाई गईं और ऐसी व्यवस्थाएं की गईं, जिन्होंने उनके (मोदी) गुजरात से जाने के बाद भी विकास कार्य सुनिश्चित किया।’
केंद्रीय मंत्री ने बोपाल क्षेत्र में 150 से अधिक छात्रों की क्षमता वाला एक पठन केंद्र, एक नागरिक केंद्र, घुमा के लिए पेयजल आपूर्ति, एक सामुदायिक हॉल और कई अन्य परियोजनाओं का उद्घाटन किया। उन्होंने अहमदाबाद के पश्चिमी भाग में रेलवे स्टेशनों पर सुविधाओं में वृद्धि और पुनर्विकास के लिए पश्चिम रेलवे की कुछ परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया।
शाह ने कहा, ‘मेरा प्रयास गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र का विकास सुनिश्चित करना है और मैं उन सभी अधिकारियों को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने इन परियोजनाओं को पूरा करने के लिए काम किया है।’ उन्होंने कहा कि सरकार ने टीकाकरण अभियान चलाकर कोरोना वायरस के खिलाफ ‘सुरक्षा कवच’ प्रदान करने का एक बड़ा काम शुरू किया है।
शाह ने कहा, ‘मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि अहमदाबाद में 45 वर्ष से अधिक आयु के लगभग 86 प्रतिशत और 18 से 45 वर्ष के 32 प्रतिशत लोगों को टीका लगाया जा चुका है, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि 45 से अधिक आयु वर्ग के शेष 14 प्रतिशत लोगों और शेष 70 प्रतिशत युवाओं (18-44 आयु वर्ग में) को भी टीका लगवा लेना चाहिए और सभी को दूसरी खुराक भी लेनी चाहिए, जिससे सभी सुरक्षित हो सकेंगे।
शाह ने कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी थी, लेकिन प्रधानमंत्री ने अस्पतालों में ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करने और प्राणवायु की उत्पादन क्षमता बढ़ाने का काम हाथ में लिया है। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से अपने क्षेत्र के सभी लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करने को कहा। शाह ने यह भी कहा कि दिहाड़ी मजदूरों के लिए सरकार ने प्रति व्यक्ति पांच किलोग्राम खाद्यान्न नि:शुल्क उपलब्ध कराने की योजना की अवधि नवंबर तक बढ़ा दी है। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा कि वे इस योजना के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाएं और प्रत्येक पात्र व्यक्ति को मुफ्त खाद्यान्न दिया जाना सुनिश्चित करें।