अनामिका कांड के बाद जिले में भी शुरु हुई अभिलेखों की जांच
उरई/जलौन। अनामिका कांड के बाद शिक्षा महकमा भी अलर्ट हो गया है। अब शासकीय और अशासकीय समेत सभी विद्यालयों में तैनात शिक्षक-शिक्षिकाओं के अभिलेखों की जांच की जाएगी। इसके लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी गई है। कर्मचारियों को हिदायत दी गई है कि 17 जुलाई तक हर हाल में अभिलेखों की जांच कर लें ताकि रिपोर्ट शासन को भेजी जा सके। कस्तूरबा विद्यालय की शिक्षिका अनामिका शुक्ला कांड के बाद शिक्षा विभाग में शिक्षक-शिक्षिकाओं के सत्यापन की कार्रवाई शुरू हो गई है। डीआईओएस भगवत पटेल के मुताबिक, डीएम ने जिले में तैनात सभी शिक्षक शिक्षिकाओं के सत्यापन के निर्देश दिए हैं। इसके अनुपालन में सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों और प्रबंधकों को निर्देश दिया गया है कि वे हर हाल में अपने अपने विद्यालय में तैनात शिक्षक शिक्षिकाओं के शैक्षिक और प्रशिक्षण के मूल अभिलेख के अलावा नियुक्ति पत्र, जाति प्रमाणपत्र, निवास प्रमाणपत्र, विनियमितीकरण आदेश, आधारकार्ड फोटो की तीन तीन प्रमाणित छाया प्रतियां एक फाइल बनाकर हार्ड और साफ्ट कापी के माध्यम से 17 जुलाई तक उनके कार्यालय में भिजवाना सुनिश्चित करें ताकि उनकी जांच की जा सके। उन्होंने बताया कि अभिलेखों की जांच के लिए राजकीय विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाओं के लिए मुकेश कुमार, संस्कृत विद्यालय के लिए अमरनाथ कुलश्रेष्ठ, अशासकीय माध्यमिक विद्यालय कालपी तहसील और सभी बालिका माध्यमिक विद्यालय के लिए लेखाकार अरविंद कुमार, अशासकीय महाविद्यालय और उरई एवं कालपी तहसील के माध्यमिक विद्यालय, अशासकीय माध्यमिक विद्यालय एवं कोंच एवं जालौन तहसील के लिए माध्यमिक विद्यालय के लिए अख्तर जलील की ड्यूटी लगाई गई है।