अजब रेल की गजब कहानी: 208 किलोमीटर में 41 जगह रुकीट्रेन
पटना. हाल के दिनों में भारतीय रेल ने बुनियादी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में अच्छा-खासा निवेश किया है. खासकर पटरियों और ट्रेन कोच का कायाकल्प करने पर हजारों करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं. इसी का नतीजा है कि बिहार की राजधानी पटना से उत्तर प्रदेश स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन के बीच ट्रेनों की औसत रफ्तार बढ़ाकर 130 किलोमीटर प्रति घंटा कर दी गयी है. लेकिन, आज हम आपको इसी रेलखंड पर चलने वाली एक ऐसी एक्सप्रेस ट्रेन के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसको पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से पटना जंक्शन के बीच 208 किलोमीटर तक की दूरी को तय करने में तकरीबन 7 घंटे का वक्त लगता है. यह ट्रेन इस दौरान एक या दो नहीं, बल्कि पूरे 41 रेलवे स्टेशनों पर रुकती है.
कायदे से जिस दूरी को 2 घंटा या उससे कुछ ज्यादा समय में तय कर लेना चाहिए, उसके लिए इस एक्सप्रेस ट्रेन को 7 घंटे का वक्त लगता है. जी हां! हम बात कर रहे हैं पंडित दीनदयाल उपाध्याय से पटना जंक्शन जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन 13210 DDU की. यह एक्सप्रेस ट्रेन पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से दोपहर बाद 2:35 बजे प्रस्थान करती है और पटना जंक्शन रात के 9:30 बजे पहुंचती है. यही ट्रेन 13209 नंबर के साथ अगले दिन सुबह 7:40 बजे पटना जंक्शन से प्रस्थान करती है और दोपहर बाद 1:34 बजे पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पहुंचती है.
भारतीय रेल ने हाल में ही पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से पटना जंक्शन के बीच चलने वाली एक मेमू ट्रेन को एक्सप्रेस में बदल दिया है. यह ट्रेन बक्सर, आरा, बिहटा होते हुए बिहार की राजधानी पटना पहुंचती है. यह एक्सप्रेस ट्रेन 6:55 घंटे में पटना में पहुंचती है. लेट होने की स्थिति में गंतव्य तक पहुंचने में इसे और भी वक्त लग सकता है. दिलचस्प है कि यह एक्सप्रेस ट्रेन बक्सर से पटना तक की दूरी तय करने में 4 घंटे से ज्यादा का वक्त लेती है. बता दें कि बक्सर से पटना तक की दूरी 120 किलोमीटर है.