अखिलेश सरकार ने रोक दी थी एससी-एसटी के विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति – सीएम योगी
मुख्यमंत्री ने बृहस्पतिवार को आयोजित कार्यक्रम में 12,71,631 विद्यार्थियों को 458.66 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति ऑनलाइन हस्तांतरित की। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2016 से ही एससी-एसटी के बच्चों की छात्रवृत्ति नहीं दी जा रही थी। उन्होंने सपा सरकार ने राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से दलित बच्चों के जीवन से खिलवाड़ किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि समाजवादी पार्टी की अखिलेश यादव सरकार ने प्रदेश के अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लाखों विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति को रोक दिया था। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने दलित समाज के प्रति सपा की मानसिकता को बेनकाब किया तो इससे विपक्ष में हड़कंप मच गया है। मुख्यमंत्री ने बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित कार्यक्रम में 12,71,631 विद्यार्थियों को 458.66 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति ऑनलाइन हस्तांतरित की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी 75 जिलों में अभ्युदय कोचिंग सेंटर शुरू किए जाएंगे। छात्रवृत्ति वितरण समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 2016 से ही एससी-एसटी के बच्चों की छात्रवृत्ति नहीं दी जा रही थी। उन्होंने सपा सरकार ने राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से दलित बच्चों के जीवन से खिलवाड़ किया। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार बनते ही एससी-एसटी के बच्चों की छात्रवृत्ति बहाल की गई। उन्होंने बताया कि इस वर्ष 2 अक्टूबर को भी लगभग 57 लाख विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति की किस्त भेजी थी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने राजनीतिक लाभ हानि की चिंता किए बिना विद्यार्थियों के भविष्य को संवारने के लिए छात्रवृत्ति का भुगतान किया है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण बड़ी संख्या में स्कूल और कॉलेज शुरू नहीं हो पाए थे। विद्यार्थियों के विलंब से प्रवेश के कारण छात्रवृत्ति की राशि को अलग-अलग किस्तों में भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि सपा सरकार की तुलना में 40 लाख अधिक विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति दी जा रही है। 30 दिसंबर तक पूरी करें प्रवेश प्रक्रिया – मुख्यमंत्री ने प्रदेश में विभिन्न शिक्षा संस्थानों में 30 दिसंबर तक प्रवेश की प्रक्रिया को पूरा कर छात्रवृत्ति की राशि खातों में भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को शुल्क प्रतिपूर्ति में या अपने लिए किसी प्रकार की पाठ्यक्रम सामग्री खरीदने में दिक्कत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने शेष बच्चों की छात्रवृत्ति 26 जनवरी तक उनके खाते में जमा कराने के निर्देश दिए। सभी 75 जिलों में चलेगी अभ्युदय योजना – मुख्यमंत्री ने कहा कि अभ्युदय योजना अभी प्रदेश के 18 जिलों में संचालित है। इसे सभी 75 जनपदो में इसे आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अभ्युदय योजना को तकनीक से जोड़ने और प्रतियोगी परीक्षा के विद्यार्थियों को भी जोड़ने की आवश्यकता है। उन्होंने समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को अभ्युदय कोचिंग की व्यवस्था को हर जिले में शुरू कराने के निर्देश दिए।