‘हिंदू’ (‘Hindu’)ए’ एक भौगोलिक पहचान

हैदराबाद. केंद्रीय मंत्री अश्वनी कुमार चौबे ने कहा है कि ‘हिंदू’ (‘Hindu’)एक भौगौलिक पहचान है. एक जीवनशैली है. हमें हिंदू शब्द को कभी सीमाओं में सीमित नहीं करना चाहिए. उन्होंने एक संगोष्ठी में ये भी दावा किया कि हिमालय से हिंद महासागर के बीच रहने वाले सभी लोग हिंदू हैं. उपभोक्ता मामलों, खाद्य व जन वितरण और पर्यावरण मामलों के राज्यमंत्री अश्वनी चौबे ने शनिवार को यह टिप्पणी डिजिटल हिंदू संगोष्ठी के 10वें संस्करण के दौरान की. इस संगोष्ठी का आयोजन भारत नीति संगठन ने हैदराबाद में किया था.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कई विदेशी बुद्धिजीवी भी इस तथ्य से सहमत हैं कि हमारा देश ज्ञान की भूमि है. हम सभी को भारतीय होने पर गर्व होना चाहिए. केंद्रीय मंत्री चौबे ने आगे कहा कि मेरा मानना है कि हिंदू एक जीवनशैली है. हमें हिंदू शब्द को कभी सीमाओं में सीमित नहीं करना चाहिए. हिंदू एक भौगोलिक पहचान है. सभी लोग, जो हिमालय से हिंद महासागर के भूभाग पर रहते हैं, वो हिंदू हैं.
इस कार्यक्रम में चौबे के अलावा भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरलीधर राव और पार्टी सांसद मनोज तिवारी भी शामिल थे. केंद्रीय मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि इस कार्यक्रम में उत्तर के साथ-साथ दक्षिणी राज्यों के लोग भी उपस्थिति हैं, जो देश की एकता और ताकत का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि भारत जीवंत लोकतंत्र का एक उदाहरण है, जिसे दुनिया ने स्वीकार किया है. हम अपने देश को अपनी मां के रूप में मानते हैं और हम भारत को ‘भारत माता’ के रूप में देखते हैं. यही हमें बाकी लोगों से अलग करता है.
गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे का ये बयान ऐसे समय आया है, जब सोशल मीडिया पर हिंदी भाषा का मुद्दा गरमाया हुआ है. हाल ही में कन्नड़ एक्टर किच्चा सुदीप ने कन्नड़ फिल्म केजीएफ: चैप्टर 2 की तारीफ करते हुए कह दिया था कि इस फिल्म ने उत्तर भारत में भी जबरदस्त प्रदर्शन किया है. यह दिखाता है कि हिंदी अब राष्ट्रभाषा नहीं रही.
इसके जवाब में बॉलीवुड एक्टर अजय देवगन ने ट्वीट करके उनसे पूछा कि आपके अनुसार अगर हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा नहीं है तो आप अपनी मातृभाषा की फिल्मों को हिंदी में डब करके क्यों रिलीज़ करते हैं? इस मामले ने इतना तूल पकड़ा कि राम गोपाल वर्मा, सोनू सूद, कंगना रनौत आदि तमाम सेलिब्रिटी भी अपनी बात रख चुके हैं.