main slideउत्तर प्रदेश
हार हुई लेकिन 2017 की राजनीति की मिली दिशा, BJP ने जानकर खेला गेम
लखनऊ. यूपी विधान परिषद की 13 सीटों के लिए मतदान के दौरान जमकर क्रॉस वोटिंग हुई। चुनाव में अपने प्रत्याशियों को जिताकर समाजवादी पार्टी व बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस ने भले ही राहत की सांस ली, लेकिन क्रॉस वोटिंग ने इनके माथे पर चिंंता की रेखाएं जरूर खींच दी। विधान परिषद चुनाव में हुई क्रॉस वोटिंग को लेकर vicharsuchak.com ने राजधानी के स्वतंत्र पत्रकार बृजेश शुक्ल, के. विक्रम रॉव, रतनमणि, रामदत्त त्रिपाठी से बातचीत की। जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट…
जरूरी मतों के अभाव में दयाशंकर सिंह को प्रत्याशी बनाकर बीजेपी ने 2017 के लिए उन सभी विधायकों के लिए पार्टी के दरवाजे खोल दिए, जो अपने क्षेत्र में प्रभाव होने के बावजूद पार्टी में किनारे पर थे। बीजेपी प्रत्याशी दयाशंकर को 11 अतिरिक्त वोट मिले, जो दूसरे दलों के विधायकों के थे। भारतीय जनता पार्टी के इस गेम को पॉलिटिकल एक्सपर्ट उत्तराखंड में हरीश रावत की सरकार के साथ खेले गए गेम के रूप में देख रहे हैं। उत्तराखंड में भी बीजेपी आखिरी वक्त पर बीएसपी के समर्थन के चलते हार गई थी। लेकिन, कांग्रेस के असंतुष्ट विधायकों को अपनी विचारधारा पर लाने में एक हद तक सफल रही।
ब्रजेश शुक्ल
– विधान परिषद चुनाव में एसपी, बीएसपी और कांग्रेस के प्रतयाशी जरूर जीते हैं। इस क्रास वोटिंग में बीजेपी को 12 वोट ज्यादा मिले हैं।
– मूल रूप से यह चुनाव नहीं था, इसमें हर विधायक अपना ठिकाना ढूंढ रहा था।
– उसने उसी पार्टी को वोट दिया, जहां पर उसे टिकट का आश्वासन मिला।
– आज तो कम राज्यसभा के नतीजे और चौकाने वाले हो सकते हैं।
– मूल रूप से यह चुनाव नहीं था, इसमें हर विधायक अपना ठिकाना ढूंढ रहा था।
– उसने उसी पार्टी को वोट दिया, जहां पर उसे टिकट का आश्वासन मिला।
– आज तो कम राज्यसभा के नतीजे और चौकाने वाले हो सकते हैं।
रतनमणि
– बीजेपी को पता था कि उसके पास कितनी ताकत है, इसके बावजूद उसने दयाशंकर को प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा।
– बीजेपी ने यह सोच कर पासा फेका था कि उसे पता चल सके कि सपा, बीएसपी, कांग्रेस में कितने असंतुष्ट विधायक हैं।
– चुनाव में उसे 12 वोट अतिरिक्त मिले। इसका असर आने वाले विधानसभा में दिखाई देगा।
– बीजेपी ने यह सोच कर पासा फेका था कि उसे पता चल सके कि सपा, बीएसपी, कांग्रेस में कितने असंतुष्ट विधायक हैं।
– चुनाव में उसे 12 वोट अतिरिक्त मिले। इसका असर आने वाले विधानसभा में दिखाई देगा।
रामदत्त त्रिपाठी
– बीजेपी ने विधानपरिषद चुनाव में उत्तराखंड की तर्ज पर गेम खेला था। प्रत्याशी भले हार गया लेकिन ओवरऑल गेम में देखे तो बीजेपी कहीं न कहीं सफल रही है।
– बीजेपी दूसरे दलों को तोडना चाहती थी, वहीं हुआ।
– बीजेपी दूसरे दलों को तोडना चाहती थी, वहीं हुआ।
के. विक्रम रॉव
– विधानपरिषद चुनाव में मुलायम सिंह यादव ने अपनी इज्जत बचा ली है।
– चुनाव में पार्टी से असंतुष्ट विधायकों ने क्रास वोटिंग की।
– बीजेपी अपने गेम में सफल रही है। इसका असर राज्यसभा चुनाव पर भी पड़ेगा।
– चुनाव में पार्टी से असंतुष्ट विधायकों ने क्रास वोटिंग की।
– बीजेपी अपने गेम में सफल रही है। इसका असर राज्यसभा चुनाव पर भी पड़ेगा।