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सोनीपत के कुंडली बॉर्डर पर धरने में शामिल किसान ने खुद को मारी गोली, मौत

सोनीपत । कुंडली बॉर्डर पर धरने में शामिल एक किसान ने खुद को गोली मार ली। साथी किसान उन्हें लेकर तुरंत पानीपत के पार्क अस्पताल पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। किसान की पहचान करनाल के निसिंग कस्बे के गांव सिंगरा निवासी के बाबा राम सिंह के रूप में हुई है। बाबा राम सिंह वहां गुरुद्वारा नानकसर में ग्रंथी थे। वे धरने में शामिल होने के लिए करनाल से लगातार आते-जाते रहते थे। चार-पांच दिन पहले भी वे धरने में शामिल होने के लिए आए थे।

, बुधवार को भी वे धरनास्थल पर पहुंचे और मंच के पीछे रोड की दूसरी ओर जाकर खुद को गोली मार ली। बताया जाता है कि गोली उन्होंने अपनी लाइसेंसी पिस्तौल से मारी है। वहां मौजूद उनके जानकारों ने तुरंत उन्हें लेकर जीटी रोड से होते हुए पानीपत के पार्क अस्पताल पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया उनके शव को लेकर करनाल पहुंच गए, जहां पुलिस शव का पोस्टमार्टम कराने का प्रयास कर रही है।

कुंडली में चल रहे धरना में शामिल एक और किसान की मौत हो गई। पिछले तीन दिनों में यह तीसरी मौत है, जबकि कुंडली बॉर्डर पर चौथे किसान की मौत हुई है। इससे पहले सोमवार और मंगलवार सुबह भी एक-एक किसान की हृदयाघात से मौत हुई थी। धरनास्थल पर किसानों की मौत को लेकर चिकित्सकों का कहना है कि बढ़ती ठंड के कारण बुजुर्ग किसान लगातार बीमार हो रहे हैं। वे ब्लड प्रेशर और हाइपरटेंशन के शिकार हो रहे हैं और हृदयाघात से उनकी मौत हो रही है।

धरने में शामिल होने के लिए पटियाला के गांव सोहली निवासी 62 वर्षीय किसान पाल सिंह 13 दिसंबर को ही कुंडली पहुंचे थे। वे अपने साथियों व गांव के अन्य किसानों के साथ फिलहाल गांव रसोई से आगे जीटी रोड पर अपनी ट्रैक्टर-ट्रोली में ठहरे हुए थे। साथियों ने बताया कि मंगलवार रात को वह खाना खाने के बाद वे अपनी ट्रैक्टर-ट्राली में सो गए। बाद में जब दूसरे साथी ट्रैक्टर-ट्राली में सोने के लिए पहुंचे तो देखा कि वे बेसुध पड़े थे। उठाने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। अनहोनी की आशंका के चलते उन्होंने तत्काल धरनास्थल पर मौजूद चिकित्सकों के पास ले गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उन्होंने इसकी सूचना थाना कुंडली पुलिस को दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर देर रात नागरिक अस्पताल में पहुंचाया।

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