सेक्स वर्कर सोनम की हत्या का खुलासा

हरिद्वार:सेक्स वर्कर सोनम की हत्या का खुलासा, दो ग्राहकों ने मारकर फेंका था, यह वजह आई सामने जिस्मफरोशी के धंधे में लिप्त रही सोनम की हत्या उसी के ही दो ग्राहकों ने की थी। सीआईयू एवं सिडकुल पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हत्याकांड के पीछे ब्लैकमेलिंग और पैसे का लेनदेन सामने आया है। एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने पुलिस टीम को ढाई हजार के नगद इनाम की घोषणा करते हुए पीठ थपथपाई है। पिछले दिनों 14 सितंबर की सुबह रामनगर कालोनी रावली महदूद में गंदे नाले में प्लास्टिक के कट्टे में एक महिला का शव मिला था। महिला की उसी के ही दुपटटे से गला दबाकर हत्या की गई थी। पुलिसिया तफ्तीश में मृतका की पहचान सोनम 32 वर्ष पत्नी अमित निवासी गांव रसूलपुर टोगियां बुग्गावाला के रूप में हुई थी।
तब से हत्याकांड के खुलासे में सीआईयू एवं सिडकुल पुलिस जुटी हुई थी। शुक्रवार को जिला पुलिस मुख्यालय में एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने जानकारी देते हुए बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस टीम ने दो युवक चुन्नी लाल उर्फ रिंकू पुत्र श्रीदेव निवासी गांव करौली बिल्सी बदायूं यूपी एवं राहुल शर्मा पुत्र संतोष शर्मा निवासी इस्लामनगर बदायूं हाल निवास सिद्ध विनायक कालोनी सिडकुल को देर रात डैंसो चौक के पास से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने कबूला कि पिछले पंद्रह दिन से सोनम उनके संपर्क में थी और वह जिस्मफरोशी के धंधे में लिप्त थी।
घटना वाले दिन वह उनके कमरे पर आई थी, जहां सोनम ने उनके पैसे चोरी कर लिए थे। इस बात को लेकर जब विवाद हुआ तब सोनम ने उन्हें बलात्कार के झूठे मुकदमे में फंसवा देने की धमकी थी। इसी बात से डरकर इन दोनों ने उसकी उसी की चुन्नी से गला दबाकर हत्या कर दी थी और शव देर रात गंदे नाले में ले जाकर फेंक दिया था। बताया कि चुन्नी लाल की किराना की दुकान है और राहुल सब्जी की रेहड़ी लगाता है। एसएसपी ने बताया कि घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल, चद्दर, मृतका का मोबाइल फोन बरामद कर लिया गया है। इस दौरान एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय, एएसपी विशाखा अशोक, सीओ सदर रेखा यादव, सिडकुल प्रभारी प्रमोद उनियाल, सीआईयू प्रभारी रणजीत सिंह मौजूद रहे।
अनसुलझी से दिख रही सोनम हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को खासी माथापच्ची करनी पड़ी। मृतका के मोबाइल फोन नंबर की सीडीआर से जब कोई क्लू नहीं मिला तब पुलिस ने अपना फोकस सीसीटीवी कैमरों की फुटेज पर किया। पुलिस ने करीब 80 कैमरों को खंगाला तब एक क्लू मिला, जिसका सिरा पकड़कर पुलिस घटना के खुलासे में कामयाब रही। दरअसल, एक मोटरसाइकिल पर जाते हुए मृतका दिखाई दी, फिर उसके पीछा कैमरों की मदद से किया गया। कड़ियां जुड़ने के बराद तब कही जाकर पुलिस आरोपियों तक पहुंच पाई।
हरिद्वार। शाम को हत्याकांड को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने शव को आठ घंटे तक अपने ही कमरे में बने एक छज्जे में छिपाए रखा। आरोपी इतना घबरा गए थे कि वह गंगनहर तक नहीं पहुंच सके वरना शव को गंगनहर में ही फेंकना था। शव अगर गंगनहर में फेंक दिया गया होता तो सोनम की गुमशुदगी मिस्ट्री ही बन जाती। पूछताछ में सामने आया कि वह मोटरसाइकिल पर शव को रखकर गंगनहर में फेंकने के लिए निकले थे। लेकिन जिस रास्ते से वह गुजरे वहां आगे दलदली रास्ता था, उन्हें खुद के गिरने का डर था। ऊपर से वह शव को काफी देर तक साथ लेकर नहीं घूमना चाहते थे, इसलिए उन्होंने घबराहट में शव को गंदे नाले में ही फेंकना उचित समझा। नाला भी ज्यादा गहरा नहीं था, इसलिए शव छिप नहीं सका।
बकौल पुलिस अगर उन्होंने शव गंगनहर में फेंक दिया होता तब संभवत सोनम की गुमशुदगी एक राज बनकर रह जाती। क्योंकि बालिग के गुमशुदा होने पर पुलिस अधिक सिरदर्द नहीं लेती है। दूसरा उसके मोबाइल फोन नंबर की सीडीआर में आरोपियों से बातचीत न होना सामने आई है। आरोपियों ने शाम करीब साढ़े चार बजे सोनम के पुलिस को शिकायत करने की धमकी से घबराकर उसकी हत्या कर दी थी। फिर शव को अपने ही कमरे में एक छज्जे पर छिपाकर रखने के बाद देर रात कमरे में रहने वाले अन्य युवकों के सोने के बाद उसे चुपके से ले जाकर ठिकाने लगाने की योजना गढ़ी थी।