सीडीएस रावत के हेलिकॉप्टर के साथ क्या हुआ था ? खुलासा

नई दिल्ली. देश के पहले सीडीएस रहे बिपिन सिंह रावत के हेलिकॉप्टर हादसे की जांच तकरीबन पूरी हो चुकी है. जानकारी के मुताबिक अगले सप्ताह तक इस घटना की तीनों सेनाओं की जांच पूरी हो जाएगी. इस हादसे में जनरल रावत समेत 13 लोगों की मौत हो गई थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस हादसे की जांच की रिपोर्ट अगले सप्ताह तक वायुसेना मुख्यालय को सौंपी जा सकती है.
हिंदुस्तान की एक रिपोर्ट के मुताबिक मामले की जांच कर रहे दल ने ह्यूमन एरर समेत सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच की है. साथ ही इस बात की भी जांच हुई है कि क्या लैंडिंग करते वक्त चालक दल की तरफ से कोई गलती हुई. जांच दल का नेतृत्व एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह कर रहे हैं.
बता दें कि सीडीएस रावत जिस Mi-17V5 हेलिकॉप्टर में सवार थे उसे बेहद सुरक्षित और एडवांस माना जाता है. इसका इस्तेमाल दुनिया के करीब 50 देश करते हैं. इसे इतना सुरक्षित माना जाता है कि प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति भी इसका कई बार इस्तेमाल करते हैं.
सोशल मीडिया पर सीडीएस बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर Mi-17V5 से संबंधित एक कथित वीडियो वायरल हुआ था. वायरल वीडियो को स्थानीय लोगों ने बनाया था. इस वीडियो में दिख रहा है कि हेलिकॉप्टर बेहद कम ऊंचाई पर उड़ रहा है. फिर अचानक ये बादलों से टकराता है और फिर कुछ सेकंड के भीतर ही क्रैश हो जाता है.
बता दें कि हेलिकॉप्टर क्रैश की इस घटना में जनरल बिपिन रावत, मधुलिका रावत (जनरल रावत की पत्नी), ब्रिगेडियर एल. एस. लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, विंग कमांडर पी. एस. चौहान, स्क्वॉड्रन लीडर के. सिंह, जेडब्ल्यूओ दास, जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए., हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार और लांस नायक साइ तेजा का निधन हुआ.