संन्यास से औद्योगिक क्रान्ति की ओर विषयक चित्रकला शिविर का समापन
लखनऊ। डॉ0 नीलकंठ तिवारी, संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश की प्रेरणा से दिनांक 11 से 15 जुलाई तक संन्यास से औद्योगिक क्रान्ति की ओर….. विषयक ऑनलाइन चित्रकला शिविर का आयोजन किया गया था जिसका आज औपचारिक रूप से गुगल मीट के माध्यम से समापन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में उत्तम पचारणे, प्रख्यात मूर्तिकार एवं अध्यक्ष, ललित कला अकादमी, नई दिल्ली को आमंत्रित किया गया था, उन्होंने इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विभिन्न स्वरूपों पर प्रकाश डालते हुए राज्य ललित कला अकादमी, उ0 प्र0 के इस प्रयास एवं परिकल्पना की सराहना की और सामाजिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियाँ सामान्य होने पर शिविर की कृतियों की प्रदर्शनी का आयोजन दिल्ली अकादमी में किए जाने हेतु अपना सहयोग प्रदान करने की सहमति व्यक्त की गयी। इस शिविर में 50 कलाकारों को आमंत्रित किया गया था जिसमें से 49 कलाकारों द्वारा शिविर में भागीदारी की गयी। कोविड-19 की महामारी से सुरक्षा की दृष्टि से प्रतिभागी कलाकारों को कलाकृति के सृजन हेतु स्वयं के घर,स्टूडियों में कार्य करने का अवसर दिया गया। भागीदार कलाकारों द्वारा अत्यन्त उत्साह के साथ विषयवस्तु के अनुसार सुन्दर कलाकृतियों का सृजन किया गया। कलाकार किशन सोनी, नवल किशोर रस्तोगी, दुर्जन सिंह राणा, प्रवीण कुमार सैनी, वेदप्रकाश पालीवाल, राकेश सिंह, नरेन्द्र कुमार जाटव आदि कलाकारों सहित सभी कलाकारों ने माननीय मुख्यमंत्री योगी द्वारा लॉकडाउन में प्रवासी प्रदेशवासियों को वापस लाने, भोजन व्यवस्था, फसलों की कटाई, उद्योगों को गतिमान करने के कार्य के साथ मुख्यमंत्री योगी को विजयी दिव्यदृष्टा, लॉकडाउन के अवसर पर किए गए सराहनीय कार्यों के साथ प्रदेश के औद्योगिक स्वरूप, गौपालक, प्रदेश का निर्भीक मुखिया व उनके अथक परिश्रम के साथ उनके संन्यासिक स्वरूप को भी भिन्न-भिन्न रूप में चित्रित किया गया है। समापन समारोह का सफल संचालन डॉ0 यशवन्त सिंह राठौर, सचिव, राज्य ललित कला अकादमी, उ0प्र0 द्वारा किया गया। अकादमी के अध्यक्ष, डॉ0 राजेन्द्र सिंह पुण्ढीर द्वारा मुख्य अतिथि का स्वागत व आभार व्यक्त करने के साथ ही सभी प्रतिभागी कलाकारों द्वारा अकादमी की इस आयोजन में किए गए सराहनीय कार्य को भी उत्साहजनक बताया गया और उन्होंने कहा कि इन सभी कलाकृतियों की एक प्रदर्शनी व एक सचित्र कैटलॉग का प्रकाशन शीघ्र ही करके वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए ऑनलाइन प्रदर्शित किया जाएगा। कोविड-19 की महामारी से स्थितियाँ सामान्य होने पर इसकी प्रदर्शनी प्रदेश कई स्थानों पर एवं अन्य राज्यों में भौतिक रूप से प्रदर्शित की जाएगी। सचिव द्वारा अवगत कराया गया कि सभी कलाकारों द्वारा सृजित कृतियों को अकादमी को डाक माध्यम से उपलब्ध कराया जायेगा ताकि प्रदर्शनी की रूपरेखा को मूर्तरूप प्रदान किया जा सकता है।