लखीमपुर खीरी में महिला से बदसलूकी मामले पर एक्शन, सीओ और एसओ हुए सस्पेंड
लखनऊ । उत्तर प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख चुनाव में हिंसा मामले पर अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एक्शन लिया गया है। इस मामले पर खुद मुख्यमंत्री ने क्षेत्राधिकारी और थाना प्रभारी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करने के आदेश दिए है। इतना ही नहीं मौके पर मौजूद अधिकारियों और लापरवाही करने वालों के खिलाफ भी एक्शन लिया जाएघा।
लखीमपुर खीरी में महिला के साथ बदसलूकी की घटना के बाद मुख्यमंत्री ने सख्ती दिखाई है। वहीं पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। पुलिस ने दावा किया है कि महिला से बदसलूकी करने वाला युवक निर्दलीय प्रत्याशी का समर्थक है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। महिला से बदसलूकी के मामले पर किसी को रियायत नहीं बरती जाएगी।
दरअसल सीएम योगी आदित्यनाथ ने मौका-ए-वारदात पर तैनात अधिकारियों और माहौल खराब करने वाले लोगों के खिलाफ कड़े कदम उठाने को कहा है। ऐसे व्यवहार के खिलाफ जीरो टोलरेंस नीति अपनाई जाएगी। सरकार के मताबिक राज्य का माहौल खराब करने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। किसी भी व्यक्ति की ऐसी कोशिश को तत्काल एक्शन लेकर रोका जाएगा। मुख्यमंत्री ने पुलिस बल को अधिक सतर्कता और संवेदनशीलता के साथ ड्यूटी करने के लिए कहा है। वहीं राज्य में प्रदर्शन करने वाले के हथियार जब्त करने और कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए गए है।
बता दें कि राज्य में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के नामांकन के दौरान आठ जुलाई यानी बृहस्पति वार को कई जिलों में हिंसा की घटनाएं हुई। इस दौरान लखीमपुर खीरी जिले में महिला प्रस्तावक के कपड़े फाड़े गए। पसगवा ब्लाक की सपा प्रत्याशी ने इस मामले पर बीजेपी कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनकी महिला प्रस्तावक के साथ बदसलूकी की। यहां तक मर्यादा की हदें तोड़ते हुए महिला के कपड़े तक फाड़ दिए। दरअसल पसगवां ब्लॉक में बृहस्पतिवार को तीन प्रत्याशी नामांकन भरने पहुंचे थे। इनमें बीजेपी सांसद रेखा वर्मा की करीबी व पार्टी की प्रत्याशी शिखा सिंह और सासंद रेखा वर्मा की मां व निवर्तमान प्रमुख उर्मिला ने पर्चा दाखिल किया। वहीं जब सपा प्रत्याशी रितु सिंह नामांकन भरने पहुंची तो गेट के बाह खड़े लोगों ने उनकी प्रस्तावक का हाथ पकड़ा और उनके साथ बदसलूकी की।