रात में नहीं आती नींद

नई दिल्ली: तनाव और जीवनशैली से जुड़ी आदतों की वजह से ज्यादातर लोग नींद न आने की समस्या का सामना करते हैं. ऐसे में आप दवाइयां भी लेते हैं, लेकिन कई बार इसका भी असर नहीं दिखता. दूसरा दवाइयों का साइड इफेक्ट भी होता है. नींद न आने की समस्या की वजह से क्रॉनिक स्थिति पैदा हो जाती है और इसका आपके स्वास्थ्य पर खराब असर पड़ता है. अगर आपको भी नींद न आने की समस्या है, तो आयुर्वेद में बताए गए कुछ नियमों को फॉलो करें. इससे आपका स्लीपिंग पैटर्न ठीक हो जाएगा और अच्छी नींद आएगी.
अभ्यंग करें
ये आयुर्वेद चिकित्सा का एक रूप है. इसमें गर्म जड़ी-बूटियों के तेल से शरीर की मालिश की जाती है. पूरे शरीर की मालिश नहीं कर सकते, तो रात में सोने से पहले स्ट्रेस पॉइंट्स की मालिश करें. माथे और कंधों पर हल्क गर्म तिल का तेल लगाएं. इससे मांसपेशियों को आराम मिलेगा और आपका अच्छी नींद आएगी.
गहरी सांस लें
गहरी सांस लेने की प्रैक्टिस करें. इसके लिए आपको सबसे पहले ओम का जप करते हुए सांस अंदर लेनी है और नाक व मुंह दोनों से सांस बाहर निकालनी है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, ओम शब्द का मन पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ता है. इससे आपको अच्छी नींद आती है. ओम का जाप करते समय लगातार दो उच्चारणों के बीच में मौन धारण करें.
प्राणायाम भी मददगार
आयुर्वेद के अनुसार, रात में अनुलोम-विलोम और भ्रामरी प्राणायाम करें. बिस्तर पर जाने से पहले प्राणायाम करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर ढंग से होता है. इससे शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने में मदद मिलती है. प्राणायाम करने से दिमाग शांत होता है और अच्छी नींद आती है.
पैर धोएं
पैर धोने से शरीर को आराम मिलता है. इससे स्ट्रेस लेवल में भी कमी आती है. आयुर्वेद के अनुसार, पैर धोने से नकारात्मकता दूर होती है और आप रिलैक्स महसूस करते हैं
गैजेट्स का इस्तेमाल न करें
बिस्तर पर लेटकर मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करें. इससे स्लीप पैटर्न खराब होता है. इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का इस्तेमाल बंद कर दें. लेटकर टीवी देखना भी आपकी नींद पर असर डालता है. इससे आपकी नींद डिस्टर्ब होती है और आप रात भर करवट बदलते रहते हैं. सोने से पहले मन को सुकून देने वाला म्यूजिक सुनें या किताब पढ़ें. इससे अच्छी नींद आएगी.