राजदूत की बेटी के अपहरण मामले में भारत हमें कर रहा बदनाम: पाक मंत्री

इस्लामाबाद : अफगान राजदूत की बेटी के अपहरण के मामले में खुद का बचाव करते हुए पाकिस्तान ने अब भारत को भी घसीट लिया है। पाकिस्तान ने कहा है कि इस मामले पर अफगान और भारतीय तथ्यों को मोड़ने की कोशिश कर रहे हैं और पाकिस्तान को बदनाम किया जा रहा है। अफगान राजदूत की बेटी के अपहर पर पाकिस्तान अब हर तरफ से घिर चुका है इसलिए अपने बचाव में वह इस तरह की बातें कर रहा है। पाकिस्तान ने कहा कि उसे ‘हाइब्रिड जंग’ का शिकार बनाया जा रहा है। हाइब्रिड युद्ध एक सैन्य रणनीति का सिद्धांत है, इसके तहत पारंपरिक युद्ध के जरिये नहीं बल्कि साइबर अटैक, कूटनीति, फेक न्यूज का इस्तेमाल कर किसी देश को निशाना बनाया जाता है। पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री शेख रशीद अहमद ने अफगानिस्तान और भारत पर इस्लामाबाद में अफगान दूत की बेटी के अपहरण से जुड़े तथ्यों में ‘तोड़फोड़’ करने का आरोप लगाया है।
रावलपिंडी में मंत्री पत्रकारों से कहा कि यह घटना अपहरण नहीं थी बल्कि पाकिस्तान को बदनाम करने और अस्थिर करने के प्रयासों की एक सीरीज का हिस्सा है।अफगानिस्तान के राजदूत नजीबुल्लाह अलीखिल की बेटी सिलसिला अलीखिल को घर जाते समय कई घंटों के लिए अगवा कर लिया गया था और अज्ञात लोगों ने उसे बुरी तरह प्रताड़ित किया था। पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री ने कहा कि अधिकारियों द्वारा की गई जांच में राजदूत की बेटी से संबंधित घटना में अपहरण का कोई सबूत नहीं मिला।
मंत्री के हवाले से कहा, “हमारी जांच के मुताबिक, अफगान राजदूत की बेटी से जुड़ी घटना अपहरण का मामला नहीं है।” उन्होंने कहा कि पीड़िता के बयान के मुताबिक वह एक बेकरी से टैक्सी में घर लौट रही थीं, तभी ड्राइवर ने एक और व्यक्ति को गाड़ी में बैठा लिया. उस आदमी ने पीड़िता के साथ गाली-गलौच की और उन्हें प्रताड़ित किया. उसके बाद उन्हें बेहोशी की हालत में सड़क पर फेंक दिया गया.
मंत्री ने बताया कि हमारी जांच के मुताबिक टैक्सी में कोई वहां बैठा था। अफगान और भारतीय तथ्यों को मोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। रशीद ने दावा किया कि चीन और पाकिस्तान के बीच गलतफहमी पैदा करने के लिए साजिशें भी रची जा रही हैं।
मंत्री ने आरोप लगाया, “कुछ अंतरराष्ट्रीय शक्तियां नहीं चाहतीं कि पाकिस्तान और चीन की दोस्ती बढ़े, और इसलिए उन्होंने दासू (बस त्रासदी) जैसी कार्रवाई की।”
हाल ही में जौहर टाउन विस्फोट और दसू विस्फोट को याद करते हुए मंत्री ने कहा कि ये घटनाएं पाकिस्तान के खिलाफ “हाइब्रिड युद्ध” का एक हिस्सा थीं। राशिद ने कहा, ‘बाकी दुनिया को यह (झूठा)अहसास कराने की कोशिश की जा रही है कि पाकिस्तान में सुरक्षा की स्थिति अच्छी नहीं है।’