बाराबंकी में fierce fire लगने से जलकर राख हुए कई घर …
बाराबंकी – टिकैतनगर, त्रिवेदीगंज और दरियाबाद ब्लाक के गांवों में हुए अग्निकांडों में 11 घर जल गए। इसमें घरेलू सामान के साथ ही चार मवेशी भी जल गए। एक महिला झुलस गई, जिसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। टिकैतनगर इलाके में सूचना के बावजूद दमकल नहीं पहुंचा, जिसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है।टिकैतनगर में थाना के ग्राम सूबेदार पुरवा मजरे कोठरी गोरिया में रविवार को कुंवर बहादुर के घर के सामने विद्युत पोल के केबल में शार्ट सर्किट से छप्पर में आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया। आग ने दशरथ लाल, लखपता, जानकी प्रसाद, शिव शंकर, बृजेश, लाल बहादुर, दुर्गेश व अमर बहादुर के घरों को भी चपेट में ले लिया। करीब दो घंटे में जब तक आग बुझाई जाती इनके घरों में रखा राशन, कपड़े व गृहस्थी का सामान जल गया।
वहीं, शरमा पत्नी दुर्गेश घर से सामान निकालने में झुलस गईं। पीड़ितों ने घटना की जानकारी पुलिस, दमकल व राजस्व विभाग को दी, लेकिन दमकल नहीं पहुंचा। मौके पर पहुंचे इंस्पेक्टर अजय कुमार त्रिपाठी ने घायल महिला को इलाज के लिए सीएचसी में भर्ती कराया है।
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वहीं, शिवशंकर व पप्पू की करीब पांच बीघा गेहूं की फसल जल गई है। एसडीएम सिरौलीगौसपुर सुरेंद्र पाल विश्वकर्मा ने बताया कि नायब तहसीलदार को मौके पर भेजा गया है। पीड़ितों की हर संभव मदद की जाएगी।
अज्ञात कारणों से दो मकानों में लगी आग, चार मवेशी की मौत : त्रिवेदीगंज में थाना लोनीकटरा के कदमऊ गांव में गांव के बाहर बने श्याम लाल के आवास के सामने रखे छप्पर में अज्ञात कारणों से आग लग गई। इससे उनके घरेलू सामान के साथ ही दो बकरी के बच्चे झुलसने से मर गए और भैंस भी बुरी तरह से जल गई।
घटना के समय पूरा परिवार खलिहान में गेहूं की मड़ाई कर रहा था। मामले की सूचना दमकल को दी गई, जब तक वह पहुंचती ग्रामीणों ने आग बुझा लिया। क्षेत्रीय लेखपाल शिवकरन सिंह ने क्षति का आकलन किया है।
वहीं दरियाबाद में सुल्तानी पुरवा मजरे रसूलपुर कला गांव में सियाराम के पुत्र दुर्गेश के घर अज्ञात कारणों से आग लग गई। इसमें घरेलू सामान समेत अनाज व नकदी और एक बकरी व बछिया जल गई।ग्रामीण जब तक आग पर काबू पाते सारी गृहस्थी जल गई। रविवार की दोपहर सुलतानीपुरवा गांव निवासी सियाराम के घर आग उस वक्त लगी जब घर पर कोई मौजूद नहीं था। सभी खेत गए हुए थे। अचानक लगी आग की लपटों को देखकर बुझाने को ग्रामीण दौड़े।