बंदी छोड़ दिवस एवं दीपावली के पर सजा विशेष दीवान
लखनऊ। ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी यहियागंज में बंदी छोड़ दिवस एवं दीपावली के अवसर पर विशेष दीवान सजाया गया गुरुद्वारा साहब को लाइटों से सजाया गया था, इस अवसर विशेष रूप से भाई गुरमीत सिंह जी एवं भाई वीर सिंह जी ने शबद कीर्तन द्वारा संगतो को निहाल किया,गुरुद्वारे के मुख्य सेवादार डॉ गुरमीत सिंह ने सभी संगतो को ऑनलाइन बंदी छोड़ दिवस एवं दीपावली के अवसर पर बधाई दी,बंदी छोड़ दिवस 52 राजाओं को मुगलों की कैद से गुरु हरगोविंद साहिब ने दिलाई थी मुक्ति दीपावली हिंदू और सिख भाईचारे का सांझा त्यौहार है। सिख धर्म में दीपावली के पर्व को ‘बंदी छोड़ दिवस के रूप में मनाया जाता है। दीपावली के दिन गुरु साहिब मुगल बादशाह की कैद से खुद तो रिहा हुए ही साथ में 52 कैदी राजाओं को भी मुगलों की कैद से बाहर ले आए। इसी घटना की याद में वहां गुरुद्वारा बनाया गया था, जिसे गुरुद्वारा दाता बंदी छोड़ साहिब नाम दिया गया। सिख धर्म में दीपावली के पर्व पर तब से ही ‘बंदी छोड़ दिवस मनाया जाता है।52 कलियों के अंगरखे को पकड़ बाहर आए राजा गुरु हरगोविंद साहिब जी को इसी वजह से दाता बंदी छोड़ कहा गया। गुरुद्वारा सचिव मनमोहन सिंह हैप्पी ने बताया कि कार्यक्रम का आयोजन शारीरिक दूरी का पालन करते हुए जिला प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार किया गया था