फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने वाला गिरोह है सक्रिय, डीएस ने पुलिस से की शिकायत
पाकुड़। बंगलादेश से महज कुछ ही दुरी पर स्थित झारखंड राज्य के पाकुड़ जिले में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने वाला गिरोह सक्रिय है। इसका खुलासा उपाधीक्षक डा. एसके झा द्वारा साइबर थाने के नाम की गयी लिखित शिकायत से हुआ है। फर्जीवाड़े में शामिल गिरोह के सदस्यों ने उप रजिस्टार (जन्म एवं मृत्यु) का फर्जी हस्ताक्षर और मुहर का भी निर्गत प्रमाण पत्र में बखुबी इस्तेमाल किया है। उपाधीक्षक डा. झा के लिखित शिकायत के बाद पुलिस इस मामले की तहकिकात में जुट गयी है हालांकि अबतक कोई सफलता न तो स्वास्थ विभाग को और न ही पुलिस को मिल पायी है। डा. झा के मुताबिक इस फर्जीवाड़े में शामिल अपराधियो ने फर्जी तरीके से न केवल जन्म प्रमाण पत्र निर्गत किया बल्कि उप रजिस्टार जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र का फर्जी हस्ताक्षर का भी उपयोग किया है। उपाधीक्षक सदर अस्पताल डा. एसके झा के लिखित शिकायत के मुताबिक फर्जीवाड़े में शामिल अपराधियो ने सदर अस्पताल के आईडी से आॅनलाइन दो दर्जन प्रमाण पत्र भी निर्गत किये है। फर्जीवाड़े में शामिल गिरोह के सदस्यों ने वैसे बच्चो के नाम से जन्म प्रमाण पत्र आॅनलाइन बनाया है जिनका जन्म सदर अस्पताल में हुआ ही नही था। इस फर्जीवाड़े का एक आश्चर्यजनक पहलु यह भी है कि आॅनलाइन जन्म प्रमाण पत्र की व्यवस्था सरकार द्वारा इसी वर्ष चालु की गयी लेकिन गिरोह के सदस्यों ने वर्ष 1996 से लेकर अबतक फर्जी जन्म प्रमाण पत्र निकाला है। फर्जी जन्म प्रमाण पत्र किस उद्वेश्य से निकाले गये है इसका खुलासा तो अबतक नही हो पाया है लेकिन इस मामले में सदर प्रखंड के कुछ गांव के युवको के नाम की चर्चा यहां जोरो पर है। सुत्रो से मिली जानकारी के मुताबिक जन्म प्रमाण पत्र के फर्जीवाड़े में शामिल लोगो का सीधा सम्पर्क झारखंड बिहार के अलावे उत्तर प्रदेश, हैदराबाद, कोलकाता आदि कई राज्यो से भी है। यहां उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी सहित हिंदु संगठनो द्वारा बंगलादेशियो एवं रोहंगिया मुसलमानो के अवैध घुसपैठ होने और इन लोगो का फर्जी तरीके से प्रमाण पत्र बनाकर उन्हे बसाने का मामला हमेशा उठाया जाता रहा है।