पीएम मोदी ने पाकिस्तान पर साधा निसाना, कहा- दुष्टों का स्वभाव हर किसी से दुश्मनी लेना
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ में कारगिल युद्ध में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। जवानों की बहादुरी को याद करते हुए उन्होंने कहा कि 21 साल पहले आज के ही दिन कारगिल के युद्ध में हमारी सेना ने भारत की जीत का झंडा फहराया था। पीएम ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि दुष्ट का स्वभाव ही होता है हर किसी से बिना वजह दुश्मनी करना। इसलिए भारत की मित्रता के जवाब में पाकिस्तान ने पीठ में छुरा घोंपने का काम किया, उसके बाद पूरी दुनिया ने भारत की वीर सेना का पराक्रम देखा।
Mann Ki Baat Updates:
– बिहार में कई वूमन सेल्फ हेल्प गुप्स ने मधुबनी पेंटिंग वाले मास्क बनाना शुरू किया है और देखते ही देखते ये खूब पॉपुलर हो गए हैं। ये मधुबनी मास्क एक तरह से अपनी परंपरा का प्रचार तो करते ही हैं, लोगों को स्वास्थ्य के साथ रोज़गार भी देते हैं: पीएम मोदी
– अभी कुछ दिन बाद रक्षाबंधन का पावन पर्व आ रहा है। मैं इन दिनों देख रहा हूं कि कई लोग और संस्थायें इस बार रक्षाबंधन को अलग तरीके से मनाने का अभियान चला रहें हैं। कई लोग इसे Vocal for local से भी जोड़ रहे हैं। हमारे पर्वों से जब आस-पास के लोगों का व्यापार बढ़े और उनका पर्व खुशहाल हो तब पर्व का आनंद कुछ और ही हो जाता है: पीएम मोदी
– सकारात्मक दृष्टिकोण से हमेशा आपदा को अवसर में, विपत्ति को विकास में बदलने में मदद मिलती है। हम कोरोना के समय भी देख रहे हैं कि कैसे देश के युवाओं-महिलाओं ने प्रतिभा और कौशल के दम पर कुछ नये प्रयोग शुरू किये हैं: पीएम मोदी
– मैं, आपसे आग्रह करूंगा जब भी आपको मास्क के कारण परेशानी होती हो, उसे उतारने का मन करता हो, तो पल-भर के लिए उन डॉक्टर्स का स्मरण कीजिये, उन नर्सों का स्मरण कीजिये, हमारे उन कोरोना वारियर्स का स्मरण कीजिये: पीएम मोदी
– कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है। हमें बहुत ही ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। चेहरे पर मास्क लगाना या गमछे का उपयोग करना, दो गज की दूरी, लगातार हाथ धोना, कहीं पर भी थूकना नहीं, साफ सफाई का पूरा ध्यान रखना यही हमारे हथियार हैं जो हमें कोरोना से बचा सकते हैं: पीएम मोदी
– पिछले कुछ महीनों से पूरे देश ने एकजुट होकर जिस तरह कोरोना से मुकाबला किया है, उसने अनेक आशंकाओं को गलत साबित कर दिया है। आज, हमारे देश में रिकवरी रेट अन्य देशों के मुकाबले बेहतर है, साथ ही हमारे देश में कोरोना से मृत्यु-दर भी दुनिया के ज्यादातर देशों से काफी कम है: पीएम मोदी
– आजकल, युद्ध केवल सीमाओं पर ही नहीं लड़े जाते हैं, देश में भी कई मोर्चों पर एक साथ लड़ा जाता है और हर एक देशवासी को उसमें अपनी भूमिका तय करनी होती है: पीएम मोदी
– अटल जी ने कारगिल युद्ध ने हमें एक मंत्र दिया था- ये मंत्र था कि कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेने से पहले, हम ये सोचें कि क्या हमारा ये कदम उस सैनिक के सम्मान के अनुरूप है जिसने उन दुर्गम पहाड़ियों में अपने प्राणों की आहुति दी थी: पीएम मोदी
– भारत तब पाकिस्तान से अच्छे संबंधों के लिए प्रयासरत था लेकिन कहा जाता है न दुष्ट का स्वभाव ही होता है हर किसी से बिना वजह दुश्मनी करना। इसलिए भारत की मित्रता के जवाब में पाकिस्तान द्वारा पीठ में छुरा घोंपने की कोशिश की, उसके बाद पूरी दुनिया ने भारत की वीर सेना का पराक्रम देखा: पीएम मोदी
– साथियो, उस समय मुझे भी कारगिल जाने और हमारे जवानों की वीरता के दर्शन का सौभाग्य मिला, वो दिन, मेरे जीवन के सबसे अनमोल क्षणों में से एक है: पीएम मोदी
– आप कल्पना कर सकते हैं कि दुश्मन ऊचें पहाडों पर बैठा हुआ था और हमारी सेना नीचे से लड़ रही थी।इस दौरान जीत पहाड़ की ऊंचाई की नहीं, भारत की सेनाओं के ऊंचे हौंसले और सच्ची वीरता की हुई: पीएम मोदी
– कारगिल का युद्ध जिन परिस्थितियों में हुआ था, वो भारत कभी नहीं भूल सकता। पाकिस्तान ने बड़े-बड़े मनसूबे पालकर भारत की भूमि हथियाने और अपने यहां चल रहे आन्तरिक कलह से ध्यान भटकाने को लेकर दुस्साहस किया था: पीएम मोदी
– आज 26 जुलाई है, आज का दिन बहुत खास है। आज कारगिल विजय दिवस है। 21 साल पहले आज के ही दिन कारगिल के युद्ध में हमारी सेना ने भारत की जीत का झंडा फहराया था: पीएम मोदी
इस बारे में प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर लोगों से अपने विचार भेजने का अनुरोध किया था।11 जुलाई को पीएम मोदी ने ट्वीट किया था, ‘आप सामूहिक प्रयासों से सकारात्मक बदलाव लाने वाली छोटी-छोटी प्रेरक कहानियों से अवगत होंगे। आप निश्चित रूप से उन पहलों के बारे में जानते होंगे, जिन्होंने कई जीवन बदल दिए हैं। कृपया उन्हें इस महीने 26 तारीख को होने वाली मन की बात के लिए साझा करें।
28 जून को अपने मन की बात संबोधन मे, पीएम मोदी ने कहा था कि कोई भी चुनौती हो, लेकिन हमारे देश के इतिहास से पता चलता है कि भारत हमेशा उसे पार करता रहा है। हम चुनौतियों के बाद और मजबूत हुए हैं। इस दौरान पीएम ने कई अहम मुद्दों पर अपने विचार जनता के साथ साझा किए थे, जिसमें चीनी घुसपैठ जैसे मुद्दे शामिल थे। पीएम ने कहा था कि लद्दाख में भारत की तरफ आंख उठाने वालों को करारा जवाब मिला है। भारत मित्रता निभाना जानता है, तो आंख में आंख डालकर चुनौती देना भी जानता है।