नियम नहीं माने तो लगाना पड़ेगा पूर्ण लॉकडाउ:ननवीन पटनायक

भुवनेश्वर. कोरोना वायरस की दूसरी लहर से उबरते ओडिशा में अब अनलॉक की प्रक्रिया जारी है. इसी बीच सरकार ने नागरिकों को लॉकडाउन को लेकर चेतावनी दी है. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा है कि कोविड नियमों का उल्लंघन जारी रहा, तो सरकार को पूर्ण तालाबंदी करनी पड़ सकती है. इस दौरान उन्होंने कई स्थानों पर दोबारा भीड़ जुटने की स्थिति का भी जिक्र किया. राज्य सरकार में 1 अगस्त से पाबंदियों में ढील दी है.
सीएम पटनायक ने कहा कि ओडिशा ने ऐसी स्थिति का सामना नहीं किया, जो अन्य राज्यों ने किया है. वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि तीसरी लहर जल्दी आ सकती है. उन्होंने कहा, ‘अगर लगा कि कोविड नियमों का पालन ठीक से नहीं हो रहा है, तो सरकार पूर्ण लॉकडाउन के लिए मजबूर होगी.’ सीएम ने कहा कि सरकार हालात पर बारीकी से नजर बनाए हुए है. वायरस अभी भी आसपास है और उसमें एक अलग वेरिएंट के तौर पर ज्यादा गंभीर हमला करने की पूरी क्षमता है.
उन्होंने कहा, ‘ओडिशा ने जीवन और आजीविका के बीच संतुलन बनाने के लिए अनलॉक की प्रक्रिया शुरू की है. अगर हम ठीक से फेस मास्क का इस्तेमाल करें, सोशल डिस्टेंसिंग बनाएं और घर में रहते हुए लगातार हाथ साफ करते रहें, तो संभावित तीसरी लहर की तीव्रता को कम कर सकते हैं.’ उन्होंने कहा कि ओडिशा डॉक्टर्स और स्वास्थ्य कर्मियों की समर्पित सेवाओं के चलते दूसरी लहर का सामना अच्छी तरह से कर सका.
पटनायक ने राज्य की जनता से भावुक अपील करते हुए कहा, ‘जीवन कीमती है. केवल हमारा जिम्मेदार व्यवहार तीसरी लहर को रोक सकता है. मैं ओडिशा को सुरक्षित रखने के लिए सभी का सहयोग चाहता हूं. अपने प्रियजनों की सुरक्षा का ध्यान रखें और यह सुनिश्चित करने में मदद करें कि उनका जीवन और आजीविका आगे सुरक्षित रूप से चलती रहे.’
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य का भुवनेश्वर शहर देश का पहला ऐसा शहर है, जहां कोविड-19 के खिलाफ 100 फीसदी टीकाकरण हो गया है. इसके अतिरिक्त एक लाख प्रवासी मजदूरों को भी वैक्सीन का पहला डोज दिया जा चुका है. इंडिया टुडे से बातचीत में भुवनेश्वर म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन के साउथ-ईस्ट जोनल डिप्टी कमिश्नर अंशुमान राथ ने बताया, ‘भुवनेश्वर में 100 फीसदी आबादी का टीकाकरण हो गया है. इसके साथ ही शहर में एक लाख प्रवासी मजदूरों को वैक्सीन दी गई है.’
ओडिशा में कोरोना संक्रमण के कुल 9 लाख 80 हजार 866 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं, 6 हजार 102 मरीजों की मौत हो चुकी है. फिलहाल, राज्य में 12 हजार 676 मरीजों का इलाज जारी है. जबकि, 9 लाख 62 हजार 88 मरीज स्वस्थ्य हो चुके हैं.